नई दिल्ली: अयोध्या जमीन विवाद की सुनवाई पूरी हो चुकी है. चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय पीठ के सामने सभी पक्षकारों ने अपनी दलीलें रखीं. इस दौरान मुस्लिम पक्ष के वकील राजीव धवन की खासी चर्चा रही.


राजीव धवन सुप्रीम कोर्ट में सीनियर वकील हैं. राजीव के पिता शांति स्वरूप धवन न्यायाधीश, यूके में भारत के राजदूत, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल और लॉ कमीशन के सदस्य रह चुके हैं. आपको बता दें कि राजीव ने इलाहाबाद और नैनीताल से शुरुआती पढ़ाई की थी.


अयोध्या मामला: देखें वो नक्शा जिसे हिंदू पक्ष के वकील ने SC में दिखाया तो मुस्लिम पक्ष के वकील ने फाड़ा


इसके बाद उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय, कैंब्रिज विश्वविद्यालय और लंदन विश्वविद्यालय से पढ़ाई की. वे इंडियन लॉ इंस्टीट्यूट के भी प्रोफेसर हैं. 1992 में मंडल और फिर 1994 में अयोध्या मामले में उनकी जिरह से प्रभावित होकर उन्हें सुप्रीम कोर्ट का वरिष्ठ वकील बनाया गया था.



नक्शा फाड़ दिया


अखिल भारतीय हिंदू महासभा के वकील विकास सिंह ने सुनवाई के दौरान एक किताब का हवाला देना चाहा. मुस्लिम पक्ष के वकील राजीव धवन ने उसे रिकॉर्ड का हिस्सा नहीं बता कर विरोध किया. इसके बाद सिंह ने एक नक्शा रखा. धवन ने इसका भी विरोध करते हुए हिंदू महासभा के वकील की तरफ से दी गई नक्शे की कॉपी को फाड़ दिया.


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किशोर कुणाल की किताब 'अयोध्या रिविज़िटेड' के नक्शे को दूसरे दस्तावेजों से मिला कर हिंदू महासभा के वकील विकास सिंह अपनी बात रखना चाहते थे. लेकिन धवन ने किताब को रिकॉर्ड का हिस्सा नहीं बताया और वह भड़क उठे.