Supreme Court: आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस कैसे बदल रहा सुप्रीम कोर्ट की कार्यवाही, समझना होगा आसान, जानें कैसे
Supreme Court: सुप्रीम कोर्ट ने बड़ी पहल करते हुए लाइव सुनवाई के ट्रांसक्रिप्शन के लिए आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का इस्तेमाल शुरू किया है. केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने इसकी तारीफ की है.
Supreme Court Hearing Transcription: केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई के दौरान आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) के इस्तेमाल की पहल की तारीफ की है. हाल ही में भारत के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने सुप्रीम कोर्ट की कार्यवाही के लाइव ट्रांसक्रिप्शन के लिए एआई के इस्तेमाल की पहल की थी.
सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार (21 फरवरी) को सुनवाई के लाइव ट्रांसक्रिप्शन के लिए एआई और नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग तकनीका का उपयोग प्रयोग के तौर पर शुरू किया गया. सर्वोच्च अदालत के इतिहास में पहली बार इस तरह की व्यवस्था शुरू की गई. CJI चंद्रचूड़ के कोर्ट रूम में लाइव ट्रांसक्रिप्शन लॉन्च किया गया. इस प्रक्रिया का मकसद सुप्रीम कोर्ट की कार्यवाही के बारे में पूरी जानकारी जनता के सामने रखना है.
रिजिजू ने की तारीफ
इस पहल की तारीफ करते हुए रिजिजू ने ट्वीट किया, "भारत के माननीय मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति डीवाई चंद्रचूड़ ने एआई का उपयोग करके सुनवाई को ट्रांसक्राइब करने के लिए सर्वोच्च न्यायालय में एक बड़ी पहल की है." उन्होंने आगे लिखा कि सुप्रीम कोर्ट आधिकारिक रूप से संविधान पीठ की कार्यवाही की ट्रांसक्रिप्ट को प्रकाशित किया है. केंद्रीय मंत्री रिजिजू न्यायिक प्रक्रिया के साथ ही मध्यस्थता की कार्यवाही में एआई के उपयोग की वकालत करते रहे हैं.
AI ट्रांसक्रिप्शन क्या है?
सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के लिए टेरेस (Teres) प्लेटफॉर्म का उपयोग कर रहा है. इसका उपयोग अक्सर मध्यस्थता की कार्यवाही को ट्रांसक्रिप्ट करने के लिए किया जाता है. प्लेटफॉर्म को बेंगलुरू स्थिति कंपनी नोमोलॉजी टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड संचालित करती है.
सुप्रीम कोर्ट ने हाल के दिनों में सुनवाई को पारदर्शी बनाने के लिए तेजी से काम कर रहा है. इसके पहले सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई का लाइव टेलीकास्ट शुरू किया था. अब लाइव ट्रांसक्रिप्शन के बाद वादी, सुनवाई के दौरान क्या-क्या कहा गया, इसका पूरा लेखा-जोखा पा सकेंगे
वरिष्ठ अधिवक्ता इंदिरा जयसिंह ने अदालती कार्यवाही के सीधे प्रसारण की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी. इसी याचिका में उन्होंने सुनवाई के ट्रांसक्रिप्शन का सुझाव दिया था.
दूसरे देशों में क्या है सुविधा?
अमेरिका में कार्यवाही की ट्रांसक्रिप्ट वादी और जनता के लिए उपलब्ध है. अमेरिका का सुप्रीम कोर्ट कार्यवाही के ऑडियो और लिखित ट्रांसक्रिप्ट प्रदान करता है. ब्रिटेन में, यदि सुनवाई रिकॉर्ड की जाती है तो वादी एक शुल्क देकर ट्रांसक्रिप्ट मांग सकता है.
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