(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर लोगों को परेशान करने पर SC नाराज़, पुलिस को लगाई कड़ी फटकार
दिल्ली के एक व्यक्ति ने लॉकडाउन के नियमों को नहीं लागू करने को लेकर पश्चिम बंगाल सरकार की आलोचना की थी, जिसके बाद बंगाल पुलिस ने उसे समन भेज दिया.
नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने राजनीतिक व्यवस्था को कथित तौर पर बदनाम करने वाले सोशल मीडिया पोस्ट्स को लेकर दूर दराज़ के लोगों को पुलिस द्वारा समन करने के ट्रेंड पर चिंता ज़ाहिर की है और राज्य सरकारों को एक कड़ा संदेश दिया है. बुधवार को कोर्ट ने कहा, "हम सोशल मीडिया पोस्ट में सरकार की आलोचना करने वाले नागरिकों को देश के एक कोने से दूसरे कोने में नहीं घसीट सकते."
दरअसल दिल्ली के एक व्यक्ति ने लॉकडाउन के नियमों को नहीं लागू करने को लेकर पश्चिम बंगाल सरकार की आलोचना की थी, जिसके बाद बंगाल पुलिस ने उसे समन भेज दिया. इसी मामले में सुप्रीम कोर्ट ने अब पुलिस को कड़ी फटकार लगाई है.
नागरिकों को भारतीय सविंधान के आर्टिकल 19(1)(a) में दिए गए बोलने की आज़ादी के अधिकार का हवाला देते हुए जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ और जस्टिस इंदिरा बैनर्जी ने कहा, "लाइन पार मत कीजिए. भारत को एक स्वतंत्र देश रहने दीजिए. हम सुप्रीम कोर्ट होने के नाते बोलने की आज़ादी की रक्षा करने के लिए यहां हैं. आम नागरिकों को राज्य सरकार परेशान न करे इसी को सुनिश्चित करने के लिए संविधान ने सुप्रीम कोर्ट बनाया है.
कोर्ट ने कहा, "ये खतरनाक है. कल को कोलकाता, मुंबई, मणिपुर और चेन्नई की पुलिस देश के सभी हिस्सों के लोगों को कड़ा संदेश देने के लिए समन भेजने लगेंगी. आप बोलने की आज़ादी चाहते हैं. हम आपको इसकी शिक्षा देंगे."
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