Supreme Court Verdict Maharashtra Political Crisis: शिवसेना (Shiv Sena) के 16 विधायकों की अयोग्यता को लेकर सुप्रीम कोर्ट गुरुवार (11 मई) को फैसला सुना सकता है. इसके साथ ही महाराष्ट्र में सियासी पारा चढ़ गया है. शिंदे और ठाकरे, दोनों गुटों ने ही दावा किया है कोर्ट का फैसला उनके पक्ष में आएगा. सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पांच-सदस्यीय संविधान पीठ महाराष्ट्र के उस राजनीतिक संकट से संबंधित याचिकाओं पर अपना फैसला सुनाएगी, जिसके कारण उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के नेतृत्व वाली तत्कालीन महा विकास आघाड़ी (MVA) गठबंधन सरकार गिर गई थी. 


ठाकरे गुट ने शिंदे खेमे के 16 विधायकों को अयोग्य करार देने की मांग करते हुए याचिका दायर की थी. वहीं शिंदे समेत 16 विधायकों ने भी सुप्रीम कोर्ट में महाराष्ट्र विधानसभा के उपाध्यक्ष के फैसले के खिलाफ याचिका दायर कर रोक लगाने की मांग की थी. बहरहाल, महाराष्ट्र की राजनीति की दिशा किस ओर जाएगी ये तो गुरुवार को कोर्ट के फैसले के बाद ही पता चलेगा, लेकिन उससे पहले हम आपको महाराष्ट्र विधानसभा का गणित बताते हैं. 


महाराष्ट्र में बहुमत के लिए कितनी सीटें जरूरी?


महाराष्ट्र विधानसभा में कुल 288 सीटें हैं. जिसमें बहुमत के लिए 145 का जादुई आंकड़ा छूना जरूरी है. फडणवीस-शिंदे सरकार के पास 166 विधायक हैं. जबकि महा विकास आघाड़ी के पास 120 विधायक हैं. 2 विधायक अन्य हैं. फडणवीस-शिंदे सरकार में 105 विधायक भारतीय जनता पार्टी से हैं जबकि शिवसेना के 40 विधायक हैं. इनके अलावा सरकार के साथ बहुजन विकास आघाड़ी के तीन, प्रहार जनशक्ति पार्टी के दो, राष्ट्रीय समाज पक्ष के एक, जनसुराज्य शक्ति पार्टी के एक, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के एक और 13 विधायक निर्दलीय हैं.


एमवीए में किस पार्टी के कितने विधायक


महा विकास आघाड़ी गठबंधन में उद्धव बालासाहेब ठाकरे (शिवसेना) के 16, कांग्रेस के 45, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के 53 विधायक हैं. इनके अलावा एमवीए में समाजवादी पार्टी के दो, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, शेतकरी कामगार पक्ष और क्रांतिकारी शेतकरी पार्टी के एक-एक विधायक हैं. एमवीए में एक निर्दलीय विधायक भी है. महाराष्ट्र में एमआईएमआईएम के भी दो विधायक हैं.  


"मौजूदा राज्य सरकार के पास बहुमत"


सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने से पहले महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नारवेकर ने कहा कि मौजूदा राज्य सरकार के पास बहुमत है, चाहे कोई भी फैसला आए. वहीं बीजेपी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि विपक्ष के नेता (अजित पवार) और शरद पवार भी जानते हैं कि मौजूदा एकनाथ शिंदे-बीजेपी सरकार को कोई खतरा नहीं है. लेकिन जरूरत पड़ी तो हम राज्य विधानसभा में 184 से ज्यादा वोट जीतकर बहुमत साबित करेंगे. 


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