गुजरात: सूरत में शुक्रवार सुबह दो जैन मुमुक्षुओं की शोभायात्रा फरारी कार में निकली गई. 12 साल का जिनल विमलकुमार परीख और 21 साल का कामेश प्रकाश जैन 12 फरवरी 2020 के दिन जैन दीक्षा लेंगे. दोनों के परिजनों ने दीक्षा मुहूर्त के लिए फरारी कार में शोभायात्रा निकाली. ये वही फरारी कार है जो पहले भारतीय क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के पास थी और बाद में इसे सूरत के बिल्डर ने खरीद लिया था.


बता दें कि इससे पहले भी सूरत के ही एक हीरा कारोबारी के 12 साल के बेटे की शोभा यात्रा इसी तरह निकाली गई थी. उस नन्हें सन्यासी का नाम भव्य शाह था. इनके पिता दीपेश शाह सूरत के बड़े हीरा कारोबारी हैं. अकूत दौलत और सुख सुविधाओं की कोई कमी नहीं है. इसके बावजूद 12 साल का भव्य संन्यास की राह पर चल पड़ा. उसे खेल-खिलौने के दौर में आध्यात्म भाने लगा है.


इन दोनों से पहले इसी साल 23 जुलाई को सूरत की स्तूती शाह ने भी इसी फरारी में अपनी शोभा यात्रा निकाली थी. उन्होंने जैन परंपरा के तहत सन्यास लिया था.


सचिन ने बेच दी थी फरारी


दरअसल जिस फरारी की बात हो रही है वह सचिन को फॉर्मूला वन चैम्पियन माइकल शुमाकर ने गिफ्ट की थी. उसी वक्त से सचिन की फरारी चर्चा में थी. सचिन ने इसे बाद में सूरत से व्यपारी जयेश शाह को बेच दी थी.


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