नई दिल्ली: पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में किये गये सर्जिकल स्ट्राइक का कथित वीडियो आने के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और कांग्रेस आमने-सामने आ चुकी है. जहां कांग्रेस वीडियो जारी किये जाने की टाइमिंग पर सवाल उठा रही है तो वहीं बीजेपी बयानबाजी को सेना का मनोबल तोड़ने वाली बता रही है. कानून मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि वह बयान देकर पाकिस्तानी आतंकियों के हौसले को मजबूत करने का काम कर रही है.
उन्होंने कहा, ''जब पूरा देश भारतीय सेना के जवानों और अधिकारियों के साहस पर गर्व कर रहा था तो राहुल गांधी ने सर्जिकल स्ट्राइक को खून की दलाली कहा था.'' रविशंकर प्रसाद ने पूछा, ''क्या देश की सेना के मनोबल को तोड़ना ही कांग्रेस पार्टी का एक मात्र उद्देश्य बचा है?''
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि बार-बार जिस तरह कांग्रेस पार्टी जिस तरह से बयानबाजी कर रही है इससे लगता है कि वह मेन स्ट्रीम पार्टी नहीं रही है वह फ्रिंज पार्टी बनती जा रही है. उन्होंने कहा, ''वीडियो की सत्यता पर सवाल ही नहीं उठना चाहिए. सेना के रिटायर्ट अधिकारी जो उस ऑपरेशन में शामिल थे उन्होंने इसकी पुष्टि की है. कांग्रेस इसपर सवाल उठाकर क्या साबित करना चाहती है?''
दरअसल, कांग्रेस ने आज सुबह करीब 9 बजे प्रेस कांफ्रेंस कर कहा था कि केंद्र की मोदी सरकार और बीजेपी वोट के लिए सेना के बलिदानों का इस्तेमाल किया. पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ''जब-जब पीएम मोदी और अमित शाह की बीजेपी पर असफलता का संकट मंडराता है, तब-तब उन्हें सेना के शौर्य को सियासी तौर पर भुनाने की याद क्यों आती है?''
सामने आया सर्जिकल स्ट्राइक का वीडियो, कांग्रेस बोली- सियासी फायदे के लिए सेना के बलिदान का अपमान
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने सैनिकों के बलिदान का श्रेय लिया लेकिन वह पाकिस्तान से निपटने और पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद से निपटने की दिशा में पूरी तरह असफल रही. उन्होंने 2016 से पहले किये गये सर्जिकल स्ट्राइक का जिक्र करते हुए कहा, "हमें गर्व है कि हमारी सेना ने बीते दो दशकों में कई सर्जिकल स्ट्राइक किए, जिनमें साल 2000 के बाद हुए सर्जिकल स्ट्राइक प्रमुख हैं. 21 जनवरी 2000 को (नडाला एनक्लेव, नीलम नदी के पार), 18 सितंबर 2003 (बारोह सेक्टर, पुंछ), 19 जून, 2008 (भट्टल सेक्टर), 30 अगस्त से एक सितंबर 2011 (शारदा सेक्टर, केल में नीलम नदी घाटी), छह जनवरी 2013 (सावन पत्र चेकपोस्ट), 27 से 28 जुलाई 2013 (नाजापीर सेक्टर), छह अगस्त 2013 (नीलम घाटी), 14 जनवरी 2014, 28 से 29 सितंबर 2016 में सर्जिकल स्ट्राइक हुई."
भारतीय सेना ने करीब दो साल पहले 29 सितंबर 2016 की रात को पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में घुसकर कई आतंकियों को ढेर कर दिया था और लॉन्चिंग पैड्स तबाह कर दिये थे. जिसके करीब दो साल बाद वीडियो है. जिसमें सेना के पराक्रम और आतंकियों की तबाही को देखा जा सकता है.
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