एक तरफ जहां पिछले साल कोराना महामारी की वजह से नौकरियों पर गाज गिरी और काफी संख्या में छंटनी हुई, बेरोजगारी की दरें बढ़ी तो वहीं दूसरी तरफ एक रिपोर्ट की मानें तो इस साल नौकरियों के लिहाज यह से काफी बेहतर रहने वाला है. सर्वे के दौरान यह बात सामने आई है कि करीब 60 फीसदी कंपनियां नए पदों पर प्रतिभाशाली स्टाफ की तलाश कर रही हैं.


मर्सर मेट्टल की रिपोर्ट के मुताबिक, रिक्रूटमेंट मैनेजर्स 2021 में महामारी पूर्व भर्ती स्तरों पर एक बार फिर से लौटने को लेकर आशावादी हैं, और यह दृष्टिकोण अधिक विश्वसनीयता हासिल करता है क्योंकि सर्वेक्षण में शामिल लगभग 60% कंपनियों ने कहा कि वे नए पदों के लिए प्रतिभा को नियुक्त करना चाह रहे थे.


मर्सर मेट्टल के सीईओ सिद्धार्थ गुप्ता ने कहा- "पिछले 14 महीनों में महामारी की वजह से हायरिंग ट्रेंड्स में काफी बदलाव आया है. यह रिपोर्ट उद्योग जगत के लोगों को 2021 और उसके बाद की भर्ती के लिए नए दृष्टिकोणों पर विचार करने के लिए प्रोत्साहित करेगी."


यह रिपोर्ट शीर्षक- ‘द स्टेड ऑफ टैलेंट एक्विजिशन रिपोर्ट 2021’, जिसमें शिक्षा, वित्त और व्यावसायिक सेवाएं, हेल्थ एंड हॉस्पिटलिटी, आईटी, इलैक्ट्रकल्स और इलेक्ट्रोनिक्स समेत करीब 500 कंपनियों के एग्जक्यूटिव और एचआर से किए गए सर्वे पर यह आधारित है.


यह सर्वे मध्य मार्च और मध्य मई के दौरान किया गया है. इस रिपोर्ट से यह पता चलता है कि भविष्य में कंपनियां भर्ती के लिए वर्चुअल हायरिंग को प्राथमिकता दे सकती हैं क्योंकि सर्वे के दौरान करीब आधे ने कहा कि उन्होंने महामारी के दौरान डिजिटल रास्ता अख्तियार किया है. करीब 81 फीसदी प्रतिभागी कंपनियों ने कहा कि उन्होंने महामारी के दौरान स्टाफ को हायर करने के लिए वर्चुअल प्लेटफॉर्म अपनाया.


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