सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले में फिलहाल रिया चक्रवर्ती और सुशांत सिंह राजपूत का परिवार भी फिलहाल आमने-सामने है. रिया चक्रवर्ती और उनके करीबी लोगों का कहना है कि सुशांत सिंह राजपूत पिछले कई सालों से डिप्रेशन की बीमारी के मरीज़ थे, जबकि सुशांत सिंह राजपूत के परिवार के वकील ने सुशांत सिंह राजपूत के परिवार वालों के हवाले से साफ कहा है कि सुशांत सिंह राजपूत डिप्रेशन की बीमारी का शिकार नहीं थे. विकास सिंह ने साफ कहा कि अगर सुशांत सिंह द्वारा ली जाने वाली दवाओं की बात की जाए तो जो दवाएं वो ले रहे थे वो घबराहट और बेचैनी दूर करने की होती है ना की डिप्रेशन की.


सुशांत सिंह राजपूत की मौत के 80 दिन बाद पहली बार सुशांत सिंह राजपूत की तीनों बहनें नीतू, मीतू और प्रियंका कैमरे पर एक साथ नजर आई. सुशांत कि तीनों बहने अपने वकील विकास सिंह से मिलने के लिए उनके दिल्ली के दफ्तर पर गई थी. इस दौरान कई बातों पर चर्चा हुई. लेकिन परिवार के वकील विकास सिंह जब मीडिया के सामने आए तो उन्होंने साफ तौर पर कहा कि जिस तरीके से रिया और उनके करीबी सुशांत के परिवार और खुद सुशांत सिंह पर आरोप लगा रहे हैं वह काफी दुखद है. लगातार आरोपी पक्ष यह कह रहा है कि सुशांत सिंह राजपूत पिछले कई सालों से डिप्रेशन की बीमारी का शिकार थे जबकि हकीकत यह है कि सुशांत सिंह राजपूत को डिप्रेशन नहीं था उनकी हालत तब खराब होनी शुरू हुई जब रिया चक्रवर्ती उनकी जिंदगी में आई.


परिवार के वकील विकास सिंह का यह जवाब इस वजह से महत्त्वपूर्ण कहा जा सकता है क्योंकि रिया चक्रवर्ती और उनके करीबी लगातार अपने इंटरव्यू और बयानों में इस बात का जिक्र कर रहे हैं कि रिया और सुशांत के रिश्ते के पहले से ही सुशांत डिप्रेशन की बीमारी का शिकार थे और वह सालों से इसकी दवा ले रहे थे. रिया और उनके करीबियों के हवाले से तो यह भी कहा गया कि सुशांत के परिवार को भी सुशांत की डिप्रेशन की बीमारी के बारे में जानकारी थी लेकिन परिवार इस तरह की किसी भी जानकारी होने से साफ इनकार करता रहा है.


सुशांत के परिवार के वकील विकास सिंह ने इसके साथ ही सुशांत की बहन प्रियंका द्वारा सुशांत को भेजे गए प्रिसक्रिप्शन पर भी स्थिति साफ करते हुए कहा की उस दौरान सुशांत ने अपनी बहन से घबराहट की बात कही गई थी, जिसके बाद बहन ने डॉक्टर की मदद से उसको वह दवाई बताई थी जिनको लेकर सुशांत अपनी घबराहट दूर कर सकता था. लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि सुशांत डिप्रेशन का मरीज था.
विकास सिंह ने इसके साथ ही रिया और उनके करीबियों की तरफ से लगाए जा रहे हैं उन आरोपों को भी सिरे से खारिज किया जिसमें कहा गया था कि सुशांत के सुसाइड केस को हत्या का मुकदमा इस वजह से दिखाने की कोशिश हो रही है जिससे कि सुशांत के इंश्योरेंस के पैसे को परिवार हासिल कर सके. परिवार के वकील विकास सिंह ने साफ तौर पर कहा कि सुशांत ने अपना कोई लाइफ इंश्योरेंस करवा ही नहीं रखा था ऐसे में यह आरोप पूरी तरह बेबुनियाद है.


यानी साफ तौर पर रिया और उसके करीबी अपने बयानों से यह साबित करने की कोशिश कर रहे हैं कि सुशांत डिप्रेशन की बीमारी का शिकार थे और वह दवा रिया से मिलने से पहले से ही ले रहे थे ऐसे में रिया को कटघरे में खड़ा करना ठीक नहीं है. जबकि सुशांत का परिवार अपने बयानों से यही बताने की कोशिश कर रहा है कि सुशांत को डिप्रेशन जैसी कोई बीमारी नहीं थी बल्कि उनकी स्थिति और हालत तब और ज्यादा खराब होने लगी जब से रिया उनकी जिंदगी में आई . इस आधार पर परिवार सुशांत की हत्या का शक जताता रहा है और सीबीआई से सुशांत की मौत की इस गुत्थी को सुलझाने की अपील कर रहा है.