नई दिल्ली: सुशांत मौत मामले में सीबीआई 5 दिन की जांच कर चुकी है. इन 5 दिनों के दौरान जिस शख्स का रोल सबसे ज्यादा संदेहास्पद सामने आया है, वह है सिद्धार्थ पिठानी. सिद्धार्थ पठानी ही वो शख्स है, जिसने ताले वाले को बुलवाकर सुशांत के कमरे का ताला तुड़वाया और बिना कमरा खुले हुए उसको बाहर भेज दिया. इसके बाद सुशांत की डेड बॉडी को फांसी के फंदे से उतारने वाला भी सिद्धार्थ पिठानी ही था. इतना ही नहीं सिद्धार्थ पिठानी के रोल को लेकर परिवार भी लगातार गंभीर सवाल खड़े कर रहा है और उसको सुशांत मौत मामले में आरोपी के तौर पर जांच करने की मांग कर रहा है.
पिछले चार दिनों से सीबीआई सिद्धार्थ पठानी से कर रही है पूछताछ
सिद्धार्थ पिठानी वो शख्स है जिसको सीबीआई पिछले 4 दिनों से रोजाना पूछताछ के लिए बुला रही है. सीबीआई अब तक सिद्धार्थ पिठानी से 40 घंटे से ज्यादा पूछताछ कर चुकी है, क्योंकि सिद्धार्थ ही सुशांत मौत मामले में अब तक सामने आई जांच में सबसे संदेहास्पद व्यक्ति के तौर पर सामने आया है.
सीबीआई सिद्धार्थ से एक के बाद एक कई सारे सवाल पूछ चुकी है और सिद्धार्थ के जो जवाब हैं उनसे वो पूरी तरह संतुष्ट नहीं हुई है. सीबीआई ने सिद्धार्थ से ताला तोड़ने से लेकर सुशांत की डेड बॉडी को फांसी के फंदे से उतारने तक कई सारे सवाल पूछे हैं और सिद्धार्थ के जवाबों को घर में मौजूद बाकी लोगों के जवाबों से मिलान किया है.
सीबीआई ने सिद्धार्थ पिठानी से सुशांत की मौत वाले दिन को लेकर तो सवाल पूछे ही हैं बल्कि उससे पहले सुशांत और रिया के रिश्तो को लेकर भी कई सवालों के जवाब मांगे हैं. इतना ही नहीं सीबीआई ने सिद्धार्थ पिठानी से सुशांत के स्वभाव और उनके वित्तीय लेन-देन से जुड़े हुए भी कई सवाल पूछे.
इस बीच सिद्धार्थ का जांच एजेंसी को दिया गया एक बयान भी सामने आया है, जिसमें सिद्धार्थ ने बताया है कि किस तरह से सुशांत और रिया का रिश्ता चल रहा था. इसके साथ ही सिद्धार्थ ने सुशांत के काम और वित्तीय हालातों को लेकर भी जानकारी दी है और यह बताने की कोशिश की है कि सुशांत आर्थिक तौर पर भी परेशान थे.
नौकर नीरज और कुक केशव से भी लगातार पूछताछ कर रही है सीबीआई
सिद्धार्थ पिठानी के अलावा वैसे तो सीबीआई इस मामले में सुशांत के घर काम करने वाले नौकर नीरज, कुक केशव और दीपेश से भी लगातार पूछताछ कर रही है. लेकिन फिलहाल सिद्धार्थ पिठानी ने जो जानकारी सीबीआई के सामने रखी है उसको सीबीआई सबसे ज्यादा गंभीरता से देख रही है.
सीबीआई सिद्धार्थ पिठानी की तरफ से दी गई जानकारी का मिलान घर में मौजूद बाकी लोगों के बयानों से भी कर रही है. सिद्धार्थ पिठानी के रोल को लेकर परिवार ने भी सीबीआई से मांग की है कि इसको संदेह के घेरे में रख कर देखा जाए, क्योंकि सिद्धार्थ पिठानी एक ऐसा शख्स है जिसके बयान बदल रहे हैं.
यहां तक कि परिवार की तरफ से भी पटना पुलिस में खुदकुशी के लिए उकसाने की धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज करवाने के बाद सिद्धार्थ ने रिया को मेल कर उसके ऊपर दबाव होने की बात कही थी. रिया ने उस मेल का जिक्र सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान भी किया था. यानी कि एक तरफ सिद्धार्थ परिवार के साथ होने की बात करता है तो दूसरी तरफ रिया के साथ भी लगातार संपर्क में बना रहा.
इस सबके बीच जांच एजेंसी सीबीआई उन डॉक्टरों से भी लगातार पूछताछ कर रही है जिन्होंने सुशांत की बॉडी का पोस्टमार्टम किया था. क्योंकि सुशांत की बॉडी के पोस्टमार्ट के बाद जो पोस्टमार्टम रिपोर्ट तैयार हुई थी परिवार ने उस पर भी सवाल खड़े किए थे. उस पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सुशांत की मौत के वक्त का ज़िक्र ही नहीं था लिहाजा सीबीआई डॉक्टरों से इस पहलू पर भी जानकारी हासिल करना चाह रही है.
जांच के पांचवें दिन तक आते-आते सीबीआई ने फिलहाल अपनी जांच चार एंगल पर आगे बढ़ाई है. पहला 14 जून यानी सुशांत की मौत वाले दिन जो लोग सुशांत के घर पर थे उनसे पूछताछ, दूसरा वित्तीय लेनदेन और सुशांत के वित्तीय हालातों को लेकर पूछताछ, तीसरा सुशांत की मौत की खबर मिलने के बाद जो जांच अधिकारी घर पर पहुंचे थे उनसे पूछताछ और चौथा डॉक्टरों की तरफ से किए गए पोस्टमार्टम और फॉरेंसिक एविडेंस के आधार पर जांच को आगे बढ़ाना.
इस लिहाज से कहा जा सकता है कि सीबीआई की फिलहाल कोशिश यही है कि वह पहले इस निष्कर्ष पर पहुंच सके कि सुशांत ने खुदकुशी की थी या सुशांत की हत्या हुई थी. अगर सीबीआई को हत्या से जुड़े कोई सबूत नहीं मिलते तो फिर सीबीआई खुदकुशी के लिए उकसाने वाले पहलू पर अपनी जांच को आगे बढ़ाएगी. क्योंकि परिवार ने पटना पुलिस में जो मामला दर्ज करवाया था वह खुदकुशी के लिए उकसाने की धाराओं के तहत ही था, जिसमें रिया चक्रवर्ती को मुख्य आरोपी बनाया गया था.