नई दिल्ली: विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चार के दौरान अपने मंत्रालय की उपलब्धियां गिनाई. इस दौरान सुषमा स्वराज ने पीएम मोदी के नेपाल के जनकपुर में भाषण को लेकर भी बात की. सुषमा स्वराज ने अब अपने बयान को लेकर माफी मांगी है. विदेश मंत्री ने ट्विटर पर लिखा, ''यह मेरी गलती थी, मैं इसके लिए माफी मांगती हूं.''





क्या कहा था विदेश मंत्री ने ?
विदेश मंत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ''प्रवासी भारतीयों से इससे पहले किसी प्रधानमंत्री इतने बड़े स्तर पर संबोधन करके संबंध स्थापित नहीं किया. प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिका के मेडिसन स्क्वायर से लेकर जनकपुर के मैदान तक लाखों भारतीयों को संबोधित किया.''



सुषमा ने गिनाई सरकार की उपलब्धियां, कहा- 90,000 भारतीयों को बचाया, सीमा पर उठते जनाजे के बीच चर्चा नहीं


क्या है पूरा मामला?
दरअसल नेपाल में 11 मई को प्रधानमंत्री मोदी जनकपुर के मैदान में भारतीयों को नहीं बल्कि नेपाल के लोगों को ही संबोधित किया था. सुषमा स्वराज के बायन की नेपाल में आलोचना हो रही थी. नेपाल के एक युवक ने सुषमा स्वराज का वीडियो ट्वीट कर बयान पर आपत्ति दर्ज की थी. विदेश मंत्री ने उसी युवक का वीडियो शेयर करते हुए भूल सुधार की.


और क्या कहा विदेश मंत्री ने?
विदेश मंत्री ने कहा, ''जब हमारी सरकार आई तो राजदूतों के सम्मेलन में जानकारी मिली कि दुनिया के कई ऐसे देश हैं जहां भारत से मंत्रीस्तर का व्यक्ति भी कभी नहीं गया. हमने संकल्प लिया कि संयुक्त राष्ट्र के सभी 192 देशों को हम कवर करेंगे. आज मुझे बताते हुए खुशी हो रही है कि 186 देशों में मंत्री स्तर की वार्ता हो चुकी है. जो 6 देश बाकी हैं उनके मंत्रियों का नाम तय हो गया है.''


आतंक और बातचीत साथ साथ नहीं
पाकिस्तान से बातचीत के मुद्दे पर विदेश मंत्री ने कहा, ''हमने कभी नहीं कहा कि हम बातचीत के लिए तैयार नहीं हैं, लेकिन इसके साथ एक चेतावनी है. आतंक और चर्चा एक साथ नहीं चल सकते चाहें ये पाकिस्तान के चुनाव से पहले हो या बाद में. जब सीमा पर जनाजे उठ रहे हों तब बातचीत की आवाज अच्छी नहीं लगती.''