भोपाल: विदेश मंत्री सुषमा स्वराज चाहती हैं कि साल 2015 में कड़ी मशक्कत के बाद विदेश मंत्रालय की हस्तक्षेप से पाकिस्तान से लाई गई भारत की मूक-बधिर महिला गीता की शादी जल्द हो जाये.
सुषमा कल भोपाल में गीता से मिली थीं. फिलहाल गीता इंदौर के मूक बधिर संस्थान में रह रही है, जहां से वह छह जुलाई को तकरीबन 30 मिनट तक गायब रही थी, जिसके बाद गीता को सुषमा और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिलने के लिए इंदौर से भोपाल लाया गया था. पाकिस्तान से लाने के बाद इस संस्थान में वह अक्तूबर 2015 से रह रही हैं.
मुलाकात के दौरान सुषमा ने उससे पूछा था कि उसकी पढाई कैसी चल रही है? इसके अलावा, सुषमा ने उसको बताया था कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी उसकी शादी में मदद करना चाहते हैं.
इंदौर स्थित मूक बधिर संस्था की संचालक मोनिका पंजाबी वर्मा ने बताया कि करीब ढाई महीने पहले जब सुषमा ने गीता से उसकी शादी करने इच्छा के बारे में पूछा, तो इस पर गीता ने शादी के बंधन में बंधने की अपनी इच्छा जाहिर की थी. गीता की उम्र 25 से 27 के बीच है.
मोनिका ने कहा कि इसके बाद उसके लिए उसके हिसाब से एक योग्य वर की तलाश जारी है. संस्था से छह जुलाई को गीता के अचानक गायब हो जाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि वह उस दिन मंदिर में पूजा-अर्चना करने के लिये गई थी.
पहले से कई दंपति यह दावा करते हुए सामने आये कि गीता उनकी बेटी है, लेकिन उसने उन्हें पहचानने से इनकार कर दिया.
पिछले 20 महीनों में विदेश मंत्रालय ने गीता के माता-पिता को ढूंढने की खूब कोशिश की, लेकिन इसमें कामयाब नहीं हुआ. इसलिए ऐसा लगता है कि मंत्रालय अब चाहता है कि उसके लिए एक उचित वर ढूंढा जाए और उसकी शादी करा दी जाये, ताकि वह पारिवारिक जीवन जी सके.
गीता जब करीब 14 साल पहले पाकिस्तान रेंजर्स के जवानों को लाहौर रेलवे स्टेशन पर खड़ी समझौता एक्सप्रेस में अकेली बैठी मिली थी तब उसकी उम्र महज सात या आठ साल रही होगी. गीता को इदी फाउंडेशन की बिलकिस
इदी ने अपना लिया था और भारत लाने से पहले वह कराची में उनके साथ अक्तूबर 2015 तक रही थीं.