नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का पीएम मोदी के हिन्दुत्व पर सवाल उठाने के बाद केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज ने उनपर जमकर हमला बोला है. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा है कि क्या अब राहुल गांधी से हमे हिन्दू होने का मतलब सीखना होगा. बता दें कि उदयपुर में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा था कि पीएम मोदी किसी की नहीं सुनते वह कैसे हिन्दू हैं.


सुषमा स्वराज ने राहुल गांधी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा,'' राहुल गांधी और कांग्रेस कार्यकर्ता उनके धर्म को लेकर दुविधा में हैं. सालों तक पार्टी ने उन्हें एक धर्मनिरपेक्ष नेता के तौर पर पेश किया लेकिन जब चुनाव नजदीक देखा और उन्हें लगा कि हिन्दू बहुसंख्यक हैं तो उन्होंने यह छवी बनाई.''





विदेश मंत्री ने आगे कहा,'' बयान आया है कि वह जनेऊधारी हिन्दू हैं लेकिन मुझे नहीं मालूम था कि जनेऊधारी ब्राह्मण के ज्ञान में इतनी वृद्धी हो गई कि हिन्दू होने का मतलब अब हमे उनसे समझना होगा. भगवान न करे वह दिन आए जब राहुल गांधी से हमे हिन्दू होने का मतलब समझना पड़े.''





सुषमा स्वराज ने आगे कहा,'' कांग्रेस में आत्मविश्वास की कमी है. कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता दुविधा में हैं. काग्रेस पांटों राज्यों के चुनाव में हारने वाली है.'' उन्होंने कहा कि पहले कांग्रेस अपने काम का हिसाब दें.


सुषमा स्वराज के अलावा केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने भी कांग्रेस अध्यक्ष पर हमला करते हुए कहा,'' राहुल गांधी की समस्या यह है कि वे कन्फ़्यूज़्ड गांधी हैं और हमेशा राजनैतिक कारणों से हिंदू की अपियरेंस बदलते रहते हैं न कि प्रतिबद्धताओं से. वे प्रतिबद्धताओं से नहीं बल्कि राजनैतिक कारणों से हिंदू हैं.''





बता दें कि आज कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की तारीफ की और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री कहते हैं कि वह हिंदू हैं लेकिन वह हिंदुत्व की नींव को नहीं समझते हैं. राहुल ने राजस्थान के उदयपुर में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि राजनीतिक असहमति के बावजूद अटल बिहारी वाजपेयी के लिए हमेशा आदर रहा.


राहुल गांधी ने कहा, ''मेरे लिए सबसे ज्यादा दिलचस्पी का विषय है कि हिंदुत्व की नींव क्या है? आप हिंदुत्व को जानिए. गीता में लिखा है कि ज्ञान सबके पास है. ज्ञान आपके चारों तरफ है. ज्ञान इनके पास है, उनके पास है. हर जीव के पास ज्ञान है और हमारे प्रधानमंत्री कहते हैं कि सिर्फ मेरे पास ज्ञान है. वो कहते हैं मैं हिंदू हूं और जो हिंदुत्व की नींव है वो उसको नहीं समझते हैं, किस प्रकार के हिंदू हैं?''


राहुल गांधी ने आगे कहा, ''यही विरोधाभास है. मैंने वाजपेयी जी को देखा है. हमारी और उनकी राजनीतिक लड़ाई थी लेकिन उनकी भाषा, उनका अंदाज, उनके लिए आदर अलग है. हम उनसे राजनीतिक तौर पर असहमत थे, हमारी राजनीतिक लड़ाई भी थी लेकिन उनका एक व्यक्तित्व था.''