सुषमा ने गिनाई सरकार की उपलब्धियां, कहा- 90,000 भारतीयों को बचाया, सीमा पर उठते जनाजे के बीच चर्चा नहीं
पाकिस्तान से बातचीत के मुद्दे पर विदेश मंत्री ने कहा, ''हमने कभी नहीं कहा कि हम बातचीत के लिए तैयार नहीं हैं, लेकिन इसके साथ एक चेतावनी है. आतंक और चर्चा एक साथ नहीं चल सकते.''
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने 26 मई को चार साल पूरे किए. इस मौके पर सरकार अलग अलग कार्यक्रमों के जरिए जनता तक चार साल की उपलब्धियां पहुंचा रही है. सरकार के 10 कद्दावर मंत्री 40 शहरों में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जनता के बीच अपनी बात पहुंचा रहे हैं. इसी कड़ी में आज विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने दिल्ली में प्रेस को संबोधित किया. इस मौके पर चार साल में विदेश मंत्रालय की उपल्धियों पर एक किताब भी जारी की गई.
चार साल में 90,000 भारतीयों को बचाया सरकार की उपलब्धियां बताते हुए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा, ''पहली बार विदेश मंत्री ने ट्विटर पर प्रवासी भारतीयों का दुख सुना ही नहीं बल्कि उसे दूर भी किया. हम 90,000 से ज्यादा लोगों को विदेश से सुरक्षित निकाल कर लाए. प्रधानमंत्री जी ने अपनी यात्रा के दौरान दूसरे देश के शासकों से जो मित्रता बनाई , उसके बल पर हम सैकड़ों लोगों को जेलों से छुड़ाकर लाए. कुछ को फांसी के फंदे तक से बचाकर लाए, कुछ की सजा कम करवाकर लाए, कुछ का जुर्माना माफ करवा कर लाए.
विदेश मंत्री ने बताया, ''विदेश में बसे भारतीयों का गौरव और हौसला बढ़ा है. आज भारतीय पासपोर्ट उनके लिए सुरक्षा कवच बन गया है. आज बाहर बैठा भारतीय ये कहता है कि मैं विश्व के किसी भी कोने में मैं फंस जाऊंगा तो हमारी सरकार हमें बचाकर ले आएगी.''
आतंक और बातचीत साथ साथ नहीं पाकिस्तान से बातचीत के मुद्दे पर विदेश मंत्री ने कहा, ''हमने कभी नहीं कहा कि हम बातचीत के लिए तैयार नहीं हैं, लेकिन इसके साथ एक चेतावनी है. आतंक और चर्चा एक साथ नहीं चल सकते चाहें ये पाकिस्तान के चुनाव से पहले हो या बाद में. जब सीमा पर जनाजे उठ रहे हों तब बातचीत की आवाज अच्छी नहीं लगती.''
192 में से 186 देशों में दौरा विदेश मंत्री ने कहा, ''जब हमारी सरकार आई तो राजदूतों के सम्मेलन में जानकारी मिली कि दुनिया के कई ऐसे देश हैं जहां भारत से मंत्रीस्तर का व्यक्ति भी कभी नहीं गया. हमने संकल्प लिया कि संयुक्त राष्ट्र के सभी 192 देशों को हम कवर करेंगे. आज मुझे बताते हुए खुशी हो रही है कि 186 देशों में मंत्री स्तर की वार्ता हो चुकी है. जो 6 देश बाकी हैं उनके मंत्रियों का नाम तय हो गया है.''
विदेश मंत्री ने बताया, ''प्रवासी भारतीयों से इससे पहले किसी प्रधानमंत्री इतने बड़े स्तर पर संबोधन करके संबंध स्थापित नहीं किया. प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिका के मेडिसन स्क्वायर से लेकर जनकपुर के मैदान तक लाखों भारतीयों को संबोधित किया.''
227 नए पासपोर्ट केंद्र बनाए विदेश मंत्री ने बताया, "देश में सेवा की बात करें तो सिर्फ पासपोर्ट ही एक सेवा है जो विदेश मंत्रालय देश में देता है. जब हमने सरकार संभाली थी तब देश में सिर्फ 77 पासपोर्ट सेवा केंद्र थे. मध्यप्रदेश जैसे बड़े प्रदेश में सिर्फ भोपाल में एक पासपोर्ट केंद्र था. हमने डाक विभाग के साथ मिलकर योजना बनाई और चार साल में देशभर में 227 नए पासपोर्ट सेवा केंद्र खोले. जिनमें से 211 पीओपीएस योजना के तहत खोले गए.''
सुषमा स्वराज ने कहा, ''पूर्वोत्तर में आठ राज्य हैं लेकिन सिर्फ एक केंद्र गुवाहटी में था. हमने फैसला किया कि पूर्वोत्तर के सभी राज्यों को अलग पासपोर्ट सेवा केंद्र देंगे. 2015 तक इसे पूरा कर दिया.''