Police Encounter: असम के कछार जिले में जबरन वसूली के मामलों में शामिल एक डकैत को सोमवार (26 मई) तड़के हैलाकांडी जिले में पुलिस ने मुठभेड़ में मारा गिराया था. अब इस मामले पर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि आज कुख्यात डकैत अफजल हुसैन लस्कर उर्फ लाल को कछार पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया. जिसके बाद सीएम ने घटना की मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दे दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि आगे की कानूनी कार्रवाई चल रही है.
दरअसल, इस मामले में पुलिस अधिकारियों का कहना है कि कुख्यात डकैत अफजल हुसैन लस्कर उर्फ लाल को कछार पुलिस ने सिलचर-हैलाकांडी सीमा के पास पकड़ लिया था. जिसके बाद पुलिस पर गोली चलाने के बाद आत्मरक्षा में उसे गोली मार दी गई, जहां गले के पास गोली लगने से बरभुइया जमीन पर गिर पड़ा. जबकि पुलिस ने उसके साथी को गिरफ्तार कर लिया है. जिसे बाद में अस्पताल ले जाया गया. जहां पर इलाज के दौरान डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया है.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, कछार पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आज कुख्यात डकैत अफजल हुसैन लस्कर उर्फ बरभुइया को पुलिस ने सिलचर-हैलाकांडी सीमा के पास पकड़ लिया. पुलिस का कहना है कि डकैत को पकड़ने से पहले कई किलोमीटर तक उसका पीछा किया गया. जिसके बाद उसने अपने साथी के साथ मिलकर पुलिस पर हमला किया और सर्विस रिवॉल्वर छीन ली. वहीं, पुलिस की जवाबी कार्रवाई में वो ढेर हो गया. फिलहाल, सीएम के आदेश पर घटना के मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए गए हैं.
जबरन वसूली और डकैतियों में था शामिल- SP
इस घटना के बाद कछार जिले के एसपी पुलिस टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और उन्होंने कहा कि आगे की जांच चल रही है. पुलिस अधिकारी का कहना है कि बरभुइया के खिलाफ कई मुकदमे दर्ज थे और वह जिले के सबसे वांछित अपराधियों में से एक था. उन्होंने कहा कि अफजल हुसैन लस्कर कछार जिले में कई जबरन वसूली और डकैतियों में शामिल था, लेकिन वह हर बार भागने में सफल रहता था.
कई वारदातों को दे चुका था अंजाम
पिछले हफ्ते कुख्यात डकैत अफजल हुसैन लस्कर उर्फ लाल असम-मेघालय बार्डर के पास दो छात्रों और उनके परिजनों को बंदूक की नोक पर लूट लिया गया था. जबकि, इस मामले में पुलिस ने तीन संदिग्ध डकैतों को गिरफ्तार किया था. हालांकि, तीन अपराधी मौके से भागने में सफल रहे थे. वहीं, पुलिस को शक है कि उन आरोपियों के भागने में बरभुइया का हाथ था.
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