श्रीनगर: जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर सीआरपीएफ के काफिले में विस्फोट करने की कथित कोशिश के मामले में पुलिस ने एक संदिग्ध आतंकवादी को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने कहा, ''नेशनल हाईवे पर सीआरपीएफ के काफिले पर असफल कार बम हमले के संबंध में संदिग्ध आतंकवादी को गिरफ्तार किया गया है.'' गिरफ्तार शख्स का नाम ओवैस अहमद मलिक है, उसे रामबन से गिरफ्तार किया गया. ओवैस श्रीनगर के इकबाल कॉलेज से बीबीए की पढ़ाई कर रहा है.


दरअसल, 30 मार्च को बनिहाल जिले में जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे पर एक कार सीआरपीएफ के काफिले से टकरा गई थी. कार पूरी तरह से जल गया और कार में सवार ड्राइवर फरार हो गया. पुलिस इसे आतंकी घटना के तौर पर भी देख रही है.


पुलिस ने बताया कि वाहन और आस-पास क्षेत्र की जांच के बाद एक एलपीजी सिलिंडर और जैरीकेन (पेट्रोल सहित अन्य सामान रखने का मर्तबान) मिला जिसमें पेट्रोल, जिलेटिन की छड़ें, यूरिया और सल्फर भरा हुआ था. इन चीजों का इस्तेमाल आईईडी बनाने में किया जाता है.


सूत्रों ने बताया कि विस्फोट के बाद तलाश अभियान शुरू करके सुरक्षाबलों ने संदिग्ध आतंकवादी को सोमवार तड़के गिरफ्तार कर लिया. उससे पूछताछ की जा रही है. हालांकि सूत्रों ने यह नहीं बताया कि यह गिरफ्तारी बनिहाल में हुई है या कहीं और हुई है.


घटनास्थल से जो पत्र मिला है, उससे पता चला है कि वाहन चालक हिज्बुल मुजाहिदीन का सदस्य है. उसने पत्र में पुलवामा में 14 फरवरी को सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमले जैसा हमला दोहराने का अपना इरादा जाहिर किया था. फॉरेंसिक विशेषज्ञों और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की एक टीम ने बनिहाल का दौरा करके घटनास्थल का निरीक्षण किया.


पिछले महीने 14 फरवरी को पुलवामा में सीआरपीएफ के एक वाहन पर हुए आत्मघाती हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे. पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी.


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प्रशासन ने तब हाईवे पर सेना और सुरक्षा बलों के वाहनों के काफिलों के गुजरने के दौरान नागरिकों के वाहनों को प्रतिबंधित रखने का निर्णय लिया था. ऐसे में सवाल उठ रहे थे कि शनिवार को जब सीआरपीएफ का काफिला गुजर रहा था तब हाईवे पर वह कार कैसे आ गई.