Fulwari Sharif: पटना (Patna) के फुलवारी शरीफ (Phulwari Sharif) से टेरर मॉड्यूल (Terror Module) को लेकर एक नया खुलासा हुआ है. जांच में ये पता चला है कि तुर्की (Turkey) समेत कई मुस्लिम देशों (Muslim Countries) से PFI को फंड मिल रहा था. इस केस में अब तक पांच आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है. पटना फुलवारी शरीफ से टेरर मॉड्यूल को लेकर हर रोज नए खुलासे हो रहे हैं. जांच के दौरान पुलिस को अब ये पता चला है कि भारत (India) को 2047 तक मुस्लिम राष्ट्र (Muslim Nation) बनाने की साजिश में तुर्की समेत कई देश शामिल हैं. इतना ही नहीं, अपने मकसद को कामयाब बनाने के लिए PFI को लगातार फंड मुहैया कराया जाता रहा है.


आरोप है कि पकड़े गए सभी संदिग्ध आतंकी उसी गजवा-ए-हिंद का हिस्सा हैं, जिसमें आतंकी संगठन IS खुरासान भी शामिल है. ये संगठन पाकिस्तान के तहरीके तालिबान संगठन से पैदा हुआ युवाओं का शस्त्र गुट है जिसका मकसद एक ऐसा विशाल इस्लामिक खुरासान देश बनाना है जिसमें पाकिस्तान, अफगानिस्तान, ईरान, उजबेकिस्तान से लेकर चीन और भारत का एक बहुत बड़ा इलाका शामिल है. कहा जा रहा है कि संदिग्ध आतंकी दानिश पाकिस्तान के एक संगठन तहरीक ए लब्बैक पाकिस्तान से भी उसका कनेक्शन है और पाकिस्तान में फैजान नाम के व्यक्ति से वो लगातार संपर्क में रहा है.


भारत को मुस्लिम राष्ट्र बनाने के लिए हो रही फंडिंग


पुलिस के मुताबिक इस टेरर मॉड्यूल का सबसे बड़ा मकसद है भारत को मुस्लिम राष्ट्र बनाना है जिसका ब्योरा इस दस्तावेज में दर्ज है. इस दस्तावेज पर लिखा है INDIA 2047, TOWARDS RULE OF ISLAMIC INDIA; NOT FOR CIRCULATION.  इस बुकलेट को चोरी छिपे संगठन के बीच बांटा जाता है. जब्त दस्तावेज में आतंकी मॉड्यूल का एक-एक प्लान दर्ज है और इसे कैसे अंजाम दिया जाना है ये भी बताया गया है. डॉक्यूमेंट की इसी गाइडलाइन पर टेरर मॉड्यूल के आतंकी पटना में ट्रेनिंग सेंटर चला रहे थे.


इस खुलासे के बाद जाच एजेंसिया हुईं चौकन्नी


मोहम्मद जलालुद्दीन (Muhammad Jalaluddin) के मकान में PFI की राजनीतिक पार्टी SDPI से जुड़ा अतहर परवेज नाम का संदिग्ध आंतकी बीते दो महीने से इस खुफिया मिशन को अंजाम देने में जुटा था. अतहर पहले प्रतिबंधित आतंकी संगठन (Terrorist Group) सिमी (SIMI) से जुड़ा रहा है और इसी PFI के तार बिहार के दरभंगा, मोतिहारी, मुज़फ्फरपुर समेत देश के दूसरे राज्यों से भी जुड़े रहे हैं. दरअसल पटना के टेरर माड्यूल (Patna Terror Module) के खुलासे के बाद गजवा-ए-हिंद की थ्योरी ने पुलिस (Police) औऱ जांच एजेंसियो (Investigative Agencies) के कान खड़े कर दिए हैं, इसलिए पुलिस जांच का दायरा लगातार बढता जा रहा है ताकि देश के दुश्मन को कड़ी सजा दिलाई जा सके.


ये भी पढ़ें: Terror Mission 2047: 'गजवा-ए-हिंद' की ख्वाहिश पाले मरगूब के व्हाट्सएप ग्रुप में होती थीं ऐसी चैट्स, दिए जाते थे ये निर्देश


ये भी पढ़ें: Patna News: फुलवारी शरीफ मामले में पाकिस्तान कनेक्शन आया सामने, कट्टरपंथी संगठन से जुड़ा है गिरफ्तार मरगूब अहमद