कश्मीर में सुरक्षाबल संदिग्धों की लगातार धरपकड़ कर रही है. जिन संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया गया है उनमें से कुछ की गिरफ्तारी भी की जा सकती है. संदिग्धों से पूछताछ में बड़ा खुलासा हुआ है कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने जम्मू कश्मीर में स्थानीय स्तर पर आतंक मचाने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है.
आतंक के इस काम का सेहरा जम्मू कश्मीर के स्थानीय आतंकी गुटों को दिया गया है. इन आतंकी गुटों को ज्यादा से ज्यादा काम संगठन में भर्ती हुए नए लोगों के द्वारा कराने को कहा गया है. साथ ही स्थानीय सहानुभूति रखने वालों के यहां इन लोगों को छुपने की सलाह दी गई है.
सूत्रों से जानकारी मिली है कि आतंकियों के निशाने पर अब कुछ धार्मिक और स्थानीय नेता है. इनमें कश्मीरी धार्मिक प्रवचन करने वाले अनंतनाग के एक मौलाना का नाम भी शामिल है. बरेलवी सेक्ट के तहरीके सोतुल के एक चेयरमैन का नाम भी है. इसके अलावा अनंतनाग कॉरपोरेशन के एक चेयरमैन का भी नाम है. इस चेयरमैन को व्हाट्सएप कॉल के जरिए जान से मारने की धमकी मिल चुकी है. केंद्र को दी गई एक रिपोर्ट में इस बाबत जानकारी दी गई है.
कश्मीर में कुल 700 लोगों को हिरासत में लिया गया
जम्मू कश्मीर में सुरक्षा बलों ने सात सौ लोगों को हिरासत में लिया है. इन लोगों को छह दिनों में कश्मीरी पंडित, सिख और मुस्लिम समुदायों के लोगों सहित सात नागरिकों की हत्या के मामले में हिरासत में लिया गया है. हिरासत में लिए गए लोगों में करीब 500 ऐसे लोग हैं जिनके प्रतिबंधित धार्मिक और आतंकी संगठनों के साथ संदिग्ध संबंध हैं.
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