पंजाब: नोटबंदी के दौर में पूरा देश में कैश को लेकर लोग परेशानी झेल रहे हैं, लाइन में लगे-लगे सुबह से शाम हो जा रही है लेकिन वो घर को खाली हाथ लौट आते हैं, क्योंकि बैंक और एटीएम में पैसा खत्म हो जाता है.


ऐसे में पंजाब के बठिंडा का सतलुज ग्रामीण बैंक लोगों के लिए एक मसीहा की तरह है. आपको जानकर हैरानी होगी कि बठिंडा का सतलुज ग्रामीण बैंक सुबह छह बजे से रात के 11 बजे तक खुला रहता है यानि दिन के 24 घंटे में 17 घंटे यह बैंक आम जनता के लिए खुला रहता है. इतना ही नहीं लोगों का कहना है कि सिर्फ इसी बैंक के एटीएम से भी पैसे निकल रहे हैं.



सबसे खास बात यह है कि जब शनिवार और रविवार को पूरे देश में बैंक बंद थे तब ये बैंक लोगों की सहुलियत के लिए काम कर रहा था. बैंक के इस पहल से लोगों को बड़ी राहत मिली. लाइन में खड़े लोगों का कहना है कि सतलुज ग्रामीण बैंक के ऐसे काम करने से उनकी मुश्किलें काफी कम हो गई हैं और उनका मानना है कि इसी तरह बठिंडा के बाकी बैंकों को भी इसका अनुसरण करनी चाहिए.


बैंक के चेयरमैन एचएस सोढी का कहना है कि लोगों को आ रही मुशकिलों को देखते हुए उनके बैंक ने यह फैसला लिया और इसमें काम को करने के लिए आरबीआई भी उन्हें पूरा सहयोग दे रहा है.



जहां देश के बड़े-बड़े बैंक लोगों के कैश की मांग को पूरा नहीं कर पा रहैं, वहीं बठिंडा के इस ग्रामीण बैंक के इस सराहनीय काम की हर तरफ चर्चा है.