कोलकाताः पश्चिम बंगाल में पक्ष और विपक्ष के बीच राजनीतिक घमासान तेज हो गई है. राज्य में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने कलकत्ता हाई कोर्ट में एक रिट याचिका दायर कर राज्य सरकार की ओर से उनके खिलाफ दायर मामलों की सीबीआई जांच की मांग की है. दायर याचिका में उन्होंने राज्य पुलिस और कोलकाता पुलिस की ओर से उनके खिलाफ दर्ज सभी प्राथमिकी को रद्द करने की भी मांग की है.


सुवेंदु अधिकारी ने याचिका के जरिए आरोप लगाया है कि सत्ता में आने के बाद राज्य की तृणमूल कांग्रेस सरकार ने उनके खिलाफ कई झूठे दीवानी और आपराधिक मामले शुरू किए हैं.


उन्होंने कहा, ''जैसे ही उन्होंने तृणमूल कांग्रेस के प्रति अपनी वफादारी बदली और भाजपा में शामिल हो गए और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को हराकर नंदीग्राम विधानसभा सीट भी जीत ली, राजनीतिक प्रतिशोध और प्रतिद्वंद्विता के लिए सत्तारूढ़ दल, उनके खिलाफ झूठे मामले दर्ज करने में एक गणनात्मक तरीके से उन्हें परेशान करना शुरू कर दिया.''


बता दें कि नेता विपक्ष शुवेंदु अधिकारी ने ममता सरकार पर फोन टैपिंग का आरोप लगाया है. शुवेंदु अधिकारी ने कहा कि राज्य में विधानसभा चुनाव के बाद से लगातार हिंसा हो रही है. सच तो ये है कि पश्चिम बंगाल सरकार उनका फोन रिकॉर्ड करवा रही है. शुवेंदु अधिकारी ने यह भी आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बीजेपी कार्यकर्ताओं का भी फोन टैप करवा रही हैं.


फोन टैपिंग को लेकर पश्चिम बंगाल बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि टीएमसी नेता व्हाट्सएप पर मैसेज करने के अलावा कोई बातचीत नहीं करते हैं क्योंकि वे जानते हैं कि ममता बनर्जी खुद उनका फोन टैप करती हैं.