Kolkata : पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विधायक शुभेंदु अधिकारी ने उत्तर 24 परगना जिले में एक अवैध पटाखा फैक्टरी में हुए विस्फोट की जांच राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) से कराने की सोमवार को मांग की. BJP विधायकों ने रविवार को हुई इस घटना के विरोध में सोमवार को विधानसभा से वॉकआउट किया.


अधिकारी ने विधानसभा परिसर में पत्रकारों से बातचीत में कहा, “सभी सबूत नष्ट होने से पहले राज्य सरकार को घटना की जांच तत्काल NIA को सौंप देनी चाहिए. हमने कलकत्ता उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के समक्ष एक याचिका भी दाखिल की है, जिसे स्वीकार कर लिया गया है.”


नेता ने बताया विस्फोट का कारण


BJP नेता ने यह भी कहा कि विस्फोट इतना तीव्र था कि आसपास के घरों की कंक्रीट की छतों को गंभीर नुकसान पहुंचा. उन्होंने दावा किया, “आरडीएक्स विस्फोटक के इस्तेमाल के कारण विस्फोट की तीव्रता काफी अधिक थी.” पटाखा फैक्ट्री में हुए विस्फोट में यूनिट के मालिक और उसके बेटे सहित कुल आठ लोगों की मौत हो गई थी. पुलिस ने इस विस्फोट के संबंध में फैक्टरी के मालिक के साझेदार को गिरफ्तार किया है.अधिकारी ने यह भी कहा कि जब एगरा में इसी तरह का विस्फोट हुआ था, तब मुख्यमंत्री ने कहा था कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के उपाय करने के लिए मुख्य सचिव के नेतृत्व में एक दल बनाया जाएगा.


शुभेंदु अधिकारी ने पूछा सवाल


BJP नेता ने सवाल किया, “राज्य सरकार जो उपाय करने वाली थी, उनका क्या हुआ? ”पूर्व मेदिनीपुर जिले के एगरा में एक अवैध पटाखा फैक्टरी में मई में हुए विस्फोट में 12 लोगों की मौत हो गई थी. अधिकारी ने यह भी दावा किया कि विस्फोट में मारे गए सभी लोग पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (TMC) से जुड़े हुए थे. उन्होंने कहा कि जब तक आरोपों पर विस्फोटक अधिनियम की धाराएं लागू नहीं की जातीं, तब तक केंद्र सरकार घटना का स्वत: संज्ञान लेकर इसकी जांच एनआईए को नहीं सौंप सकती.


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