West Bengal News: शुभेंदु अधिकारी ने इन दो विधायकों को अयोग्य घोषित करने की मांग की, विधानसभा स्पीकर को लिखी चिट्ठी
West Bengal News: नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने हाल ही में टीएमसी थामने वाले दो विधायकों को अयोग्य ठहराने की मांग की है. इसके लिए उन्होंने विधानसभा स्पीकर को चिट्ठी लिखी है.
West Bengal News: पश्चिम बंगाल में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikari ) ने विधानसभा के स्पीकर को चिट्ठी लिखी है और हाल में टीएमसी का दामन थामने वाले दो विधायकों को अयोग्य ठहराने की मांग की है. इसमें बिश्वजीत दास (Biswajit Das) और तनमय घोष (Tanmoy Ghosh) का नाम शामिल है.
बिश्वजीत दास पश्चिम बंगाल की बगदाह विधानसभा सीट से विधायक हैं जो हाल ही में टीएमसी में शामिल हुए हैं. उन्होंने बीजेपी के टिकट पर विधानसभा का चुनाव लड़ा था. इसके अलावा बिशनपुर के पूर्व बीजेपी विधायक तनमय घोष को भी अयोग्य घोषित करने की अपील की है जिन्होंने हाल ही में टीएमसी का दामना थामा है.
Leader of Opposition Suvendu Adhikari also wrote a letter to West Bengal Speaker regarding the disqualification of Tanmoy Ghosh, ex-BJP MLA from Bishnupur in Bankura, who rejoined the Trinamool Congress (TMC) recently pic.twitter.com/jtvrXTyfr6
— ANI (@ANI) September 13, 2021
शुभेंदु अधिकारी ने कहा, ' वे दोनों किसी भी पार्टी में शामिल होने के लिए स्वतंत्र हैं, लेकिन उन्हें बीजेपी विधायक के तौर पर इस्तीफा देना होगा. देखते हैं कि विधानसभा अध्यक्ष क्या कदम उठाते हैं? इसके बाद हम अपनी अगली कार्रवाई के बारे में फैसला करेंगे.' हालांकि, तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व ने पलटवार करते हुए विपक्ष के नेता से अपने पिता और लोकसभा सदस्य शिशिर अधिकारी से रास्ता दिखाने का आग्रह करने को कहा. तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर 2019 में लोकसभा चुनाव जीतने वाले शिशिर अधिकारी इस साल हुए विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी में शामिल हो गए थे.
राज्य की सत्ताधारी पार्टी के विधायक तापस रॉय ने कहा, ' शुभेंदु अधिकारी को पहले अपने पिता शिशिर अधिकारी से तृणमूल कांग्रेस सांसद के तौर पर पद से इस्तीफा देने के लिए कहना चाहिए क्योंकि वह विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हुए थे. उसके बाद ही उन्हें दूसरों को भाषण देना चाहिए.'
बता दें कि पिछले महीने बिश्वजीत दास ने टीएमसी में शामिल हुए थे. उन्होंने कहा था, “कुछ गलतफहमियों के कारण, कुछ बदलाव किए गए जो नहीं किए जाने चाहिए थे. मैं अब अपने घर लौट आया हूं और मैं अपने राज्य और निर्वाचन क्षेत्र के लोगों के लिए काम करना जारी रखूंगा.” इसके साथ ही उन्होंने कहा था, “मैंने कभी भी बीजेपी में सहज महसूस नहीं किया. मैं बहुत पहले टीएमसी में वापसी करना चाहता था. बीजेपी ने बंगाल के लिए कुछ नहीं किया.”
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