रांची: रांची: सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश ने खुद पर हुए हमले की जांच हाई कोर्ट के जज से कराने की मांग की है. पाकुड़ जिले में बीजेपी युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को अग्निवेश पर हमला किया था. पाकुड़ की घटना के बाद पुलिस सुरक्षा में अग्निवेश रांची पहुंचे हैं.
रांची से दिल्ली पहुँचे स्वामी अग्निवेश ने कहा कि हमले में मेरी पसलियों में चोट आई है, सांस लेने में दर्द हो रहा है.हमले में स्थानीय सरकार की सहमति नज़र आती है. बीजेपी के लोगों ने ये हमला किया है. अभी तक एक भी गिरफ़्तारी नहीं की गई. कुछ लोगों को पकड़ कर फिर छोड़ दिया गया. मैंने न्यायिक जांच की मांग की है. लेकिन मुख्यमंत्री पुलिस जांच की बात कर रहे हैं. मैं आदिवासियों के हक़ की लड़ाई लड़ रहा हूं जिससे सरकार और माफ़िया तत्वों के हित टकरा रहे हैं.
वहीं कांग्रेस नेता सुबोधकांत सहाय और झारखंड विकास मोर्चा के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के साथ मीडिया सम्मेलन कर अग्निवेश ने कहा कि उन्होंने खुद मुख्यमंत्री को अपने कार्यक्रम की जानकारी दी और साथ ही उनसे मिलने का समय भी मांगा था. ऐसे में उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी पाकुड़ जिला प्रशासन की थी.
घटना से आहत अग्निवेश ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "मैं ऐसी ताकतों से डरने वाला नहीं हूं. बुलावा मिलने पर फिर से लिट्टीपाड़ा जाउंगा." उन्होंने आगे कहा, "फासीवाद के खिलाफ हमें एकजुट होना होगा. लोकतंत्र को बचाने के लिए सबको एक साथ आना होगा."
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गरीबों, आदिवासियों के साथ खड़े रहना, बंधुआ मजदूरों के हक में लड़ना और अंधविश्वास के खिलाफ जनजागरण जारी रखने की बात को दोहरात हुए उन्होंने कहा कि वह प्रदर्शन करने वाले लोगों के साथ बातचीत करने को तैयार थे लेकिन उन्हें पीटा गया ये कौन-सा तरीका है?
गौरतलब है कि झारखंड की राजधानी रांची से लगभग चार सौ किलोमीटर दूर पश्चिम बंगाल के सीमावर्ती पाकुड़ जिले में बीजेपी, भारतीय जनता युवा मोर्चा और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सौ से अधिक कार्यकर्ताओं ने सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश के साथ मारपीट की और उनके कपड़े फाड़ दिए थे.
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वह मंगलवार को लिट्टीपाड़ा के एक कार्यक्रम में शामिल होने पाकुड़ गए थे जहां उन्होंने गोमांस खाने का समर्थन किया था. उनकी इस बात पर लोग भड़क गए थे. फिर मामले पर संज्ञान लेते हुए राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने मामले की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए थे और जिसके बाद इस मामले में प्राथमिकी दर्ज हुई थी.