स्वामी अग्निवेश का निधन: राहुल गांधी, योगेंद्र यादव, भूपेश बघेल समेत प्रमुख हस्तियों ने दी श्रद्धांजलि
स्वामी अग्निवेश को मंगलवार को दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वह लिवर सिरोसिस से पीड़ित थे और इलाज के दौरान उन्हें मल्टी ऑर्गन फेल्योर की समस्या से भी जूझना पड़ा.
नई दिल्ली: आर्य समाज के जाने-माने नेता और प्रख्यात समाजसेवी स्वामी अग्निवेश का शुक्रवार को दिल्ली में निधन हो गया. उनके निधन पर राजनीति, समाजिक कार्यकर्ताओं और अन्य हस्तियों ने गहरा शोक व्यक्त किया है.
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने उनके निधन को देश के लिए अपूरणीय क्षति बताया. उन्होंने ट्विटर पर लिशा, “बंधुआ मुक्ति मोर्चा के संस्थापक और आर्य समाज के क्रांतिकारी नेता स्वामी अग्निवेश जी का आज निधन हो गया. स्वामी जी का निधन आर्य समाज सहित पूरे देश के लिए अपूरणीय क्षति है. मेरी विनम्र श्रद्धांजलि.“
बंधुआ मुक्ति मोर्चा के संस्थापक और आर्य समाज के क्रांतिकारी नेता स्वामी अग्निवेश जी का आज निधन हो गया।
स्वामी जी का निधन आर्य समाज सहित पूरे देश के लिए अपूरणीय क्षति है। मेरी विनम्र श्रद्धांजलि। pic.twitter.com/7DKO1aIc2i — Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 11, 2020
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने भूपेश बघेल ने लिखा, “छत्तीसगढ़ की माटी से जुड़े और आध्यात्मिक चेतना के साथ साथ भारत में बंधुआ मज़दूरों के हितों के लिए संघर्ष करने वाले स्वामी अग्निवेश जी के निधन का समाचार दुःखद है. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें.”
छत्तीसगढ़ की माटी से जुड़े और आध्यात्मिक चेतना के साथ साथ भारत में बंधुआ मज़दूरों के हितों के लिए संघर्ष करने वाले स्वामी अग्निवेश जी के निधन का समाचार दुःखद है।
ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें। pic.twitter.com/t9jSDjdUYl — Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) September 11, 2020
स्वामी अग्निवेश के साथ काम कर चुके स्वराज इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने लिखा, “स्वामी अग्निवेश नहीं रहे. उन पर हुए हमले के बाद से चल रहा जीवन मौत का संघर्ष आज शाम ६:५५ को समाप्त हो गया. स्वामीजी हमें उस वक्त छोड़ गए जब हिन्दू धर्म और भारतीय परंपरा की उदात्त धारा को बुलंद करने के जरूरत सबसे अधिक थी. श्रृद्धांजलि!”
स्वामी अग्निवेश नहीं रहे। उन पर हुए हमले के बाद से चल रहा जीवन मौत का संघर्ष आज शाम ६:५५ को समाप्त हो गया। स्वामीजी हमें उस वक्त छोड़ गए जब हिन्दू धर्म और भारतीय परंपरा की उदात्त धारा को बुलंद करने के जरूरत सबसे अधिक थी। श्रृद्धांजलि! pic.twitter.com/0CTKqseTBh
— Yogendra Yadav (@_YogendraYadav) September 11, 2020
योगेंद्र यादव ने कहा, “हमारा सौभाग्य था कि हर आंदोलन में स्वामी अग्निवेश का सानिध्य और आशीर्वाद मिला. स्वराज परिवार को स्वामीजी की कमी बहुत खलेगी. स्वामीजी को सच्ची श्रद्धांजलि यही है कि हम इस देश के अंतिम व्यक्ति की आवाज़ को उठाएं, इस देश की धार्मिक सहिष्णुता की परंपरा को मजबूत करें.“
हमारा सौभाग्य था कि हर आंदोलन में स्वामी अग्निवेश का सानिध्य और आशीर्वाद मिला। स्वराज परिवार को स्वामीजी की कमी बहुत खलेगी। स्वामीजी को सच्ची श्रद्धांजलि यही है कि हम इस देश के अंतिम व्यक्ति की आवाज़ को उठाएं, इस देश की धार्मिक सहिष्णुता की परंपरा को मजबूत करें। pic.twitter.com/kUReUN6bWa
— Yogendra Yadav (@_YogendraYadav) September 11, 2020
जाने-माने वकील प्रशांत भूषण ने लिखा, “स्वामी अग्निवेश का निधन एक बहुत बड़ी त्रासदी है. वह मानवता और सहिष्णुता के एक सच्चे योद्धा. जनता की भलाई के लिए बड़े जोखिम उठाने वालों में से वह एक थे. झारखंड में 2 साल पहले बीजेपी / आरएसएस की एक उग्र भीड़ ने उन पर हमला किया था. उनका लीवर डैमेज हो गया था. RIP अग्निवेश जी.
The demise of Swami Agnivesh is a huge tragedy. A true warrior for humanity&tolerance. Among the bravest that I knew,willing to take huge risks for public good.Was brutalised in Jharkhand by a BJP/RSS lynch mob 2 yrs ago. Liver got damaged. RIP Agnivesh jihttps://t.co/SapzPnRznC
— Prashant Bhushan (@pbhushan1) September 11, 2020
प्रसिद्ध इतिहासकार रामचंद्र गुहा ने लिखा, “स्वामी अग्निवेश के निधन के बारे में सुनकर बहुत अफ़सोस हुआ. वह असाधारण रूप से साहसी इंसान थे, वंचितों के लिए लड़ने वाले वह एक वीर सेनानी (अहिंसक) थे. उनके साथ हुई हर मुलाकात शिक्षाप्रद और आनंदमयी थी.”
Very sorry to hear of the passing of Swami Agnivesh. He was an incredibly courageous human being, a heroic (and always non-violent) fighter for the underprivileged. And he had a wonderful sense of fun. Every meeting with him was both educative and joyous. https://t.co/WDMkhQvOgE
— Ramachandra Guha (@Ram_Guha) September 11, 2020
स्वामी अग्निवेश को मंगलवार को नई दिल्ली के इंस्टीट्यूट ऑफ लिवर एंड बिलेरी साइंसेज (आईएलबीएस) में भर्ती कराया गया था. वह लिवर सिरोसिस से पीड़ित थे और इलाज के दौरान उन्हें मल्टी ऑर्गन फेल्योर की समस्या से भी जूझना पड़ा.
यह भी पढ़ें:
समाजसेवी स्वामी अग्निवेश का निधन, दिल्ली के अस्पताल में थे भर्ती