'केदारनाथ से गायब हुआ 228 किलो सोना', अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने लगाया आरोप, PM मोदी से मुलाकात पर कही ये बात
Kedarnath Temple in Delhi: स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने केदारनाथ मंदिर में सोना का घोटाला होने का आरोप लगाया है. उन्होंने राधिका-अनंत के आशीर्वाद समारोह में पीएम मोदी से मुलाकात भी जिक्र किया.
Swami Avimukteshwaranand Saraswati: दिल्ली के बुराड़ी में केदारनाथ मंदिर बनाने को लेकर देश के कई जगहों पर विरोध हो रहे हैं. अब ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने इसे लेकर बड़ा आरोप लगाया है. उन्होंने कहा, "केदारनाथ में सोने का घोटाला हुआ है, उस मुद्दे को क्यों नहीं उठाया जाता है?" उन्होंने पूछा, "वहां घोटाला करने के बाद अब दिल्ली में केदारनाथ का निर्माण कराया जाएगा. फिर एक घोटाला होगा."
'केदारनाथ से 228 किलो सोना किया गया गायब'
उन्होंने कहा, "केदारनाथ से 228 किलो सोना गायब कर दिया गया है. आज तक उस पर कोई जांच नहीं बैठाई गई है. इसके लिए कौन जिम्मेदार है. अब यह कहा जा रहा है कि दिल्ली में केदारनाथ बनाएंगे, ऐसा नहीं हो सकता है."
पीएम मोदी पर पूछे सवाल पर उन्होंने कहा, "वो मेरे पास आए और प्रणाण किया. हमारा जो नियम है हमने उन्हें आशीर्वाद दिया. नरेंद्र मोदी हमारे दुश्मन थोड़े हैं. हम उनके हितैषी हैं, हमेशा उनका हित चाहते हैं. जब उनसे कोई गलती होती है हम उसको लेकर बोलते हैं."
VIDEO | Swami Avimukteshwaranand Saraswati, Shankaracharya of Jyotirmath was at 'Matoshree' in Mumbai on request of Shiv Sena (UBT) Chief Uddhav Thackeray. Here's what he said interacting with the media.
— Press Trust of India (@PTI_News) July 15, 2024
"We follow Hindu religion. We believe in 'Punya' and 'Paap'. 'Vishwasghat'… pic.twitter.com/AZCJaDfHhi
अनंत-राधिका की शादी में पीएम ने लिया आशीर्वाद
रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी के छोटे बेटे अनंत अंबानी और राधिका मर्चेंट की शादी के बाद शनिवार (13 जुलाई 2024) को आयोजित शुभ आशीर्वाद सेरेमनी में प्रधानमंत्री नरेंद्र पहुंचे थे. वहां शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद भी मौजूद थे. पीएम मोदी अनंत राधिका को आशीर्वाद देने के बाद स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के पास गए और उनसे आशीर्वाद लिया था.
दिल्ली में केदारनाथ मंदिर बनाए जाने को लेकर शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने रविवार (14 जुलाई 2024) को भी नराजगी जाहिर की थी. उन्होंने पूछा था, आखिर क्यों केदारनाथ धाम के नाम से राजधानी दिल्ली में मंदिर बनाने की जरूरत पड़ रही है. उन्होंने इसे केदारनाथ धाम की गरिमा और महत्व को कम करने का प्रयास बताया था.
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