बागेश्वर धाम विवाद में शंकराचार्य की एंट्री, अविमुक्तेश्वरानंद बोले- धीरेंद्र शास्त्री इतने चमत्कारी हैं तो जोशीमठ में...
बागेश्वर धाम की चर्चाओं के बीच बद्रीकापीठेश्वर जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने इस मामले पर कथावाचक धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को निशाने पर ले लिया. जानिए क्या कुछ बोले शंकराचार्य
Swami Avimukteshwaranand Saraswati: बागेश्वर धाम को लेकर देशभर में छिड़ी बहस में बद्रीकापीठेश्वर जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती की भी एंट्री हो गई है. बागेश्वर धाम के कथावाचक धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के कथित चमत्कारों के सवाल पर ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा कि अगर वो (धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री) इतने ही चमत्कारी हैं तो उत्तराखंड के जोशीमठ जाएं और वहां पड़ रही दरारों और धसकती जमीन को रोककर बताएं.
'जोशीमठ में आई दरारों को रोककर दिखाएं शास्त्री'
शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के दावों पर सवाल उठाए. अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि हमको व्यक्तिगत तौर पर उन (धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री) के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा कि यदि वो कुछ चमत्कार कर रहे हैं और उससे अगर जनता की भलाई हो तो अच्छा है. वर्ना सब-कुछ छलावा है.
इसके बाद अविमुक्तेश्वरानंद ने धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के लिए जोशीमठ का जिक्र करते हुए कहा कि यहां जो हमारे मकानों और मठ में दरार आ गई है उसे रोककर दिखाएं.
बता दें कि शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती शनिवार को छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में थे. यहां पर उनसे एक और सवाल किया गया था, जो पाकिस्तान के विभाजन को लेकर था.
किस कारण हुआ था देश का विभाजन
अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि आजादी के बाद भारत का विभाजन हुए 75 साल बीत गए. किस कारण हुआ था विभाजन? स्वतंत्रता के लिए तो हिन्दू-मुस्लिम मिल कर लड़े थे न? लेकिन क्या वजह रही जो जिन्ना को कहना पड़ा कि इस्लामिक देश बनाओ, हम अलग रहेंगे. और फिर गए भी नहीं..चले जाते न? अगर अलग देश आपने ले ही लिया है तो बांट भी लिया, कब्ज़ा भी कर लिया और गए भी नहीं. अगर साथ ही रहना है तो पाकिस्तान अलग क्यूं है? पाकिस्तान को इसी देश से वापस मिला दिया जाए और साथ रहें.''