नई दिल्ली: पिछले 111 दिनों से गंगा की स्वच्छता के लिए अपनी मांगो को लेकर हरिद्वार स्थित मातृ सदन में आमरण अनशन पर बैठे स्वामी ज्ञान स्वरूप सानंद को आज प्रशासन और पुलिस की संयुक्त टीम ने आश्रम से उठाकर ऋषिकेश के एम्स अस्पताल में भर्ती करा दिया है. चिकित्सकीय परामर्श पर स्वामी ज्ञान स्वरूप सानंद के गंभीर स्वास्थ्य को देखते हुए आज प्रशासन ने यह कदम उठाया है. वहीं सानंद प्रशासन और पुलिस पर जबरन उठाने का आरोप लगा रहे हैं और अपनी अनशन रूपी तपस्या जारी रखने की बात कर रहे हैं.


बता दें कि स्वामी ज्ञानस्वरूप सानंद ने मंगलवार से जल का भी त्याग कर दिया था. कल भी हरिद्वार सांसद निशंक दो बार मातृ सदन स्वामी सानंद को मनाने पहुंचे थे मगर वार्ता विफल साबित हुई थी. बुधवार को भी पुलिस और प्रशासनिक टीम के पहुंचने पर स्वामी ज्ञानस्वरूप सानंद का कहना है कि प्रशासन को उन्हें अनशन से उठाने का कोई अधिकार नहीं है. प्रशासन अपने अधिकारों से बाहर जाकर कार्य कर रहा है. उनका कहना है कि वह मानसिक रूप से स्वस्थ हैं और अपना इलाज नहीं कराना चाहते हैं. उपवास करना उनका अधिकार है प्रशासन द्वारा उनको जबरन उठाया जा रहा है.


पुलिस और प्रशासनिक टीम का नेतृत्व कर रहे एसडीएम मनीष कुमार का कहना है कि स्वामी सानंद ने कल से जल का त्याग कर दिया था. चिकित्सकों द्वारा गंभीर स्वास्थ्य की वजह से एम्स रेफेर किया गया है ताकि स्वामी जी के प्राण की रक्षा हो सके. इसमें प्रशासन की पहली प्राथमिकता स्वामी जी के सवास्थ्य का सही होना हैं स्वामी जी ने इलाज के लिए अपनी सहमति नही दी है. उन्होंने थोड़ा प्रतिरोध किया है मगर प्राण रक्षा के लिए प्रशासनिक टीम द्वारा यह कदम उठाया गया है.


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जहां पुलिस और प्रशासन की टीम द्वारा स्वामी ज्ञानस्वरूप सानंद को ऋषिकेश के एम्स अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है तो वहीं स्वामी सानंद भी अपनी तपस्या समाप्त ना करने की बात कर रहे हैं. अब आने वाले समय में देखने वाली बात यह होगी की आखिर इस मामले का कब तक और क्या हल निकलता है.


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