Attacks on Hindus In Bangladesh: बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के गठन के बाद हिंदू समुदाय को लोगों ने ढाका और चिटगांव में अपने अपने ऊपर हुए हिंसा को लेकर प्रदर्शन किया. उन्होंने देश भर में मंदिरों, उनके घरों और व्यवसायों पर हमलों के बीच सुरक्षा की मांग की. हिंदुओं की ओर से कहा गया कि अगर उनके खिलाफ हिंसा नहीं रुके तो विरोध प्रदर्शन और तेज होगा. बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों को नई सरकार के मुखिया मुहम्मद यूनुस ने घृणित बताया और युवाओं से इसे रोकने की अपील की. अब इस मामलो लेकर देश के साधु-संतों के भी रिएक्शन आने शुरू हो गए हैं.


भारत में साधु-संतों ने चिंता जाहिर की


बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ हो रहे हिंसा को लेकर भारत में साधु-संतों ने रविवार (11 अगस्त 2024) को चिंता जाहिर करते हुए केंद्र सरकार से इस संबंध में ठोस कदम उठाने की मांग की. साधु-संतों की ओर से कहा गया कि अगर जरूरत पड़ी तो संत समाज बांग्लादेश कूच करने को भी तैयार है. अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं को निशाना बनाया जा रहा है और मंदिरों को तोड़ा जा रहा है.


संत ने दी चेतावनी नहीं रूके हमलो तो...


महंत रविंद्र पुरी ने दावा किया कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले हो रहे हैं तथा उनके प्रतिष्ठानों को जलाया जा रहा है और उनकी हत्याएं की जा रही हैं. महामण्डलेश्वर स्वामी प्रबोधानंद गिरि महाराज ने कहा कि यदि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले नहीं रूके तो भारत का संत समाज जरूरत पड़ने पर बांग्लादेश कूच के लिए भी तैयार है.


पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के सचिव मंहत पुरी ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं की स्थिति को देखते हुए केंद्र सरकार को ठोस कदम उठाने चाहिए. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार अंतरराष्ट्रीय दबाव बनाए और बांग्लादेश को कड़ी चेतावनी दे जिससे बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके.


महामण्डलेश्वर स्वामी यतीन्द्रानंद गिरि ने कहा कि हरिद्वार में भी बड़ी संख्या में रोहिंग्या और बांग्लादेशी मुसलमान रह रहे हैं, उन्हें भी देश से बाहर किया जाना चाहिए, नहीं तो वे देश के लिए बड़ा खतरा बन सकते हैं. (इनपुट पीटीआई से भी)


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