कुशीनगर हिंसा मामले में समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के बेटे उत्कृष्ट मौर्य की गिरफ्तारी की खबरों को कुशीनगर के डीएम और एसपी ने गलत बताया है. डीएम और एसपी की ओर से एक बयान जारी किया गया है, जिसमें कहा गया है कि सूचना गलत है.
ज़िलाधिकारी ने कहा, "गिरफ्तारी की सूचना बिल्कुल गलत है. एक सूचना शाम को मिली थी जो फाज़िलनगर के समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के बेटे द्वारा पैसा बांटा जा रहा है और प्रचार प्रसार किया जा रहा है. इस शिकायत पर तत्काल मौके पर टीम गई थी. वहां पर तीन गाड़ियां और सात आठ लोग पाए गए थे."
ज़िलाधिकारी बताया कि, "उनके बेटे को पूछताछ के लिए थाने पर लाया गया. ये चुनाव आचार संहिता का साफ उल्लंघन है. 48 घंटे के अंदर, जो उस विधानसभा का मतदाता नहीं है, वो वहां नहीं रहना चाहिए. तो ये किस परिस्थिती में वहां पाए गए. ये वहां के वोटर भी नहीं हैं और क्या कर रहे थे. पूछताछ के लिए आरओ और फ्लाइंग स्क्वॉड की टीम मौके पर गई है. जांच के बाद आगे कार्रवाई की जाएगी."
स्वामी प्रसाद मौर्य ने लगाया था बीजेपी कार्यकर्ताों पर ये आरोप
बीते रोज़ स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपने काफिले पर हमला करने का आरोप लगाया था. उन्होंने ट्वीट कर कहा था, "निर्धारित रूट पर रोड शो करते वक्त भाजपा के गिरोह बंद लोगों द्वारा मेरे ऊपर व काफिले में चल रही गाड़ियों को बुरी तरह से तोड़फोड़ व कार्यकर्ताओं पर जानलेवा हमला करना भाजपा की हताशा का प्रतीक है. मैं घोर निंदा करता हूं, लोकतंत्र को लाठी-डंडे कट्टे व हिंसा से कमजोर नहीं किया जा सकता."
स्वामी प्रसाद मौर्य बताया था कि, "सुरक्षा कारणों के चलते कुशीनगर में कैंपेन के दौरान मैं दूसरी कार में बैठा था. बीजेपी के कार्यकर्ता डंडे, पत्थर और हथियारों के साथ वहां बैठे थे. उन्होंने मेरी कार पर हमला किया. इस तरह की घटनाएं बीजेपी के संरक्षण में हो रही हैं."