नई दिल्ली: भीमा-कोरेगांव हिंसा के मामले में हुई गिरफ्तारी के बाद पुणे पुलिस के खुलासे ने देश में खलबली मचा दी है. पुणे पुलिस ने एक पत्र जारी कर कहा कि प्रतिबंधित सीपीआई (एम) से ‘संबंध’ के आरोप में गिरफ्तार व्यक्तियों से मिले पत्र में इस बात का जिक्र है कि माओवादी राजीव गांधी हत्याकांड जैसी एक और योजना बना रहे हैं. इस मामले पर योग गुरू स्वामी रामदेव ने कहा कि इस तरह के षडयंत्र को जानकर मैं दुखी हूं, उन्होंने पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच की भी मांग की.


क्या कहा योगगुरू स्वामी रामदेव ने ?
स्वामी रामदेव ने ट्विटर पर लिखा, ''प्रधानमंत्री राष्ट्र की धरोहर हैं. सदियों के बाद राजनीति में ऐसे व्यक्ति का आविर्भाव होता है. राजीव गांधी की तरह उनकी हत्या के षड्यंत्र को जानकर मैं व्यथित हूं. सरकार को इसकी उच्च स्तरीय जांच करनी चाहिए, सभी को दलगत राजनीति से उपर उठकर इसकी तह तक पहुंचने के लिए साथ देना चाहिए.''





मैं एनएसए को पत्र लिंखूंगा: सुब्रमण्यम स्वामी
बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा, ''मैं सोमवार को इस बारे में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार को इस बारे में पत्र लिखूंगा. चूंकि इसमें कांग्रेस का भी नाम आया है, इसे हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए. इसमें कोई संदेह नहीं है कि प्रधान मंत्री मोदी हमारे स्टार प्रचारक रहे हैं और हमारे प्रदर्शन को प्रभावित किया है.''





क्या लिखा है पत्र में?
वकील उज्ज्वल निकम ने अदालत से कहा कि गिरफ्तार पांच दलित कार्यकर्ताओं में से एक दिल्ली में रोना विलसन के घर पर मिले पत्र में एम -4 राइफल और गोलियां खरीदने के लिये आठ करोड़ रुपये की जरूरत की बात लिखी है. साथ ही उसमें ‘एक और राजीव गांधी कांड’ का जिक्र किया गया है.


इसमें लिखा गया, ''प्रिय कॉमरेड प्रकाश लाल सलाम, मोदी के नेतृत्व में हिंदू फासिस्ट का फैलाव काफी तेजी से हो रहा है और इसको दबाने के लिए मोदी को रोकना जरूरी है. बिहार, पश्चिम बंगाल जैसे बड़े राज्यों में हार के बावजूद मोदी ने देश के 15 राज्यों में बीजेपी ने सत्ता हासिल कर ली है. अगर ये इसी रफ्तार से जारी रहा तो पार्टी के लिए काफी मुश्किलें बढ़ सकती हैं. किसान और सीनियर कॉमरेड्स ने मोदी राज को रोकने के लिए बड़ा कदम उठाने की सोची है. हम एक और राजीव गांधी कांड के बारे में सोच रहे हैं. ये एक आत्मघाती कदम होगा और काफी संभावना है कि हम असफल हो जाएं लेकिन पार्टी को इस बारे में गंभीरता से सोचना चाहिए. पीएम मोदी के रोड शो को टार्गेट करना एक अच्छी रणनीति हो सकती है.''


क्या है पूरा मामला?
पुलिस ने दिसंबर में यहां आयोजिल ‘एलगार परिषद ’ और इसके बाद जिले में भीमा - कोरेगांव हिंसा के बारे में कल दलित कार्यकर्ता सुधीर धावले , वकील सुरेंद्र गाडलिंग , कार्यकर्ता महेश राउत और शोमा सेन और रोना विलसन को क्रमश : मुंबई , नागपुर और दिल्ली से गिरफ्तार किया था. सभी पांचों आरोपियों को आज सत्र अदालत में पेश किया गया , जिसने उन्हें 14 जून तक पुलिस हिरासत में भेज दिया. इस मामले पर सीपीआई (एम) नेता सीताराम येचुरी ने कहा है कि अगर इस तरह का कोई पत्र या मामला सामने आया है तो इसकी जांच की जानी चाहिए.