नई दिल्ली: एक्ट्रेस स्वरा भास्कर ने नागरिकता संशोधन बिल को लेकर कड़ी आपत्ति जताई है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि धर्म नागरिकता का आधार नहीं है. सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय रहने वाली स्वरा भास्कर ने कहा, ''(भारत में...) धर्म नागरिकता का आधार नहीं है. धर्म भेदभाव का आधार नहीं हो सकता. और राज्य धर्म के आधार पर फैसला नहीं ले सकता. नागरिकता संशोधन बिल ने मुसलमानों को स्पष्ट रूप से बाहर रखा है. ”-NRC/CAB प्रोजेक्ट में जिन्ना का पुनर्जन्म हुआ है. हैलो हिन्दू पाकिस्तान!''
इसके अलावा उन्होंने एक और ट्वीट किया. उन्होंने लिखा,'' मैं नहीं चाहती कि मेरी मेहनत की कमाई टैक्स के रूप में इस बीमार NRC/CAB योजना पर खर्च हो.''
पूर्वोत्तर में भी भारी विरोध-
नागरिकता संशोधन बिल सात घंटे से अधिक की चर्चा के बाद देर रात लोकसभा से पास हुआ. विधेयक के पक्ष में 311 मत और विरोध में 80 मत पड़े हैं. आपको बता दें कि नागरिकता संशोधन बिल का पूर्वोत्तर में भारी विरोध हो रहा है. दरअसल पूर्वोत्तर राज्यों के स्वदेशी लोगों के एक बड़े वर्ग को ये लगता है कि इस नागरिकता बिल के जरिए जिन शरणार्थियों को नागरिकता मिलेगी. उनसे उनकी पहचान, भाषा और संस्कृति खतरे में पड़ जाएगी.
पूर्वोत्तर राज्यों के मूल निवासियों का मानना है कि इस बिल के आते ही वे अपने ही राज्य में अल्पसंख्यक बन जाएंगे और इस बिल से उनकी पहचान और आजीविका को खतरा है. प्रदर्शनकारियों ने सवाल उठाया, ‘’जब अरूणाचल प्रदेश, मिजोरम और नागालैंड को नागरिक संशोधन विधेयक से बाहर रखा जा सकता है तो हमारे साथ दोहरा व्यव्हार क्यों किया जा रहा है?’’
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