Swarnim Vijay Varsh: देश आज यानी 17 दिसंबर को स्वर्णिम विजय वर्ष मना रहा है. 16 दिसंबर 1971 को भारत ने पाकिस्तान को जंग में करारी शिकस्त दी थी. पाकिस्तान आज तक उस हार से उबर नहीं पाया. ईस्ट पाकिस्तान पर कब्जा किए पाकिस्तानी सेना को भारतीय फौज ने घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया था और ईस्ट पाकिस्तान को आजाद कर बांग्लादेश बनने में मदद की थी. आज इस जीत को 50 साल पूरे हुए. इसे भारत स्वर्णिम विजय वर्ष के रूप में मना रहा है. 


1971 की जंग और जीत की याद में तैयार किया गया ट्रेन


स्वर्णिम विजय वर्ष के मौके पर बांग्लादेश की मुक्ति वाहिनी के जवानों को भी याद किया जा रहा है, जिन्होंने भारतीय सेना के साथ मिलकर पाकिस्तान को बांग्लादेश से खदेड़ा था. उस समय जंग में शामिल मुक्ति वाहनी के बांग्लादेशी जवानों को दिल्ली में उनका स्वागत किया गया. वहीं, दिल्ली के सफदरजंग रेलवे स्टेशन से आगरा के लिए स्वर्णिम विजय वर्ष स्पेशल ट्रेन की शुरुआत की गई. इसमें अपनी आजादी के यौद्धाओं को आगरा घुमाने के लिए ट्रेन को ठीक 1971 की जंग और जीत की याद में तैयार किया गया और फ्लैग ऑफ भी किया गया.


सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी टीम को श्रद्धांजलि


स्वर्णिम विजय वर्ष समारोह के मौके पर जम्मू-कश्मीर में पूर्व सैनिक लीग डोडा के साथ भद्रवाह स्थित सेना ने ऐतिहासिक सेरी बाजार में 1971 के युद्ध के शहीदों को श्रद्धांजलि दी. मौके पर सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी टीम को भी विशेष रूप से श्रद्धांजलि भेंट की गई, जो 9 दिसंबर को हेलिकॉप्टर हादसे में शहीद हो गए.


इस मौके पर वीर नारियों, वीर माताओं और शहीदों के परिवारों को भी सम्मानित किया गया. सेना के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के अलावा, जिला पूर्व सैनिक लीग के अध्यक्ष राज सिंह चरक, एसडीपीओ भद्रवाह मीर गफूर, एसएचओ भद्रवाह जतिंदर सिंह रकवाल, बीजेपी नेता संजय सराफ और अन्य लोग शामिल हुए.


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