सीरिया पर आमने-सामने अमेरिका और रूस, भारत ने कहा- सभी पक्ष संयम बरतें
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि हमने सीरिया में हालिया हवाई हमलों का संज्ञान लिया है. भारत हालात पर नजदीकी नजर बनाए हुए है. अगर रासायनिक हथियारों के कथित उपयोग की बात सही है तो यह निंदनीय है.
नई दिल्ली: सीरिया में कथित रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल के खिलाफ अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस की कार्रवाई जारी है. इस बीच भारत ने शनिवार को सभी संबंधित पक्षों से कहा कि वे संयम बरतें और आगे टकराव बढ़ाने से बचें. विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत ने सीरिया में हालिया हवाई हमलों का संज्ञान लिया है और हालात पर करीबी नजर बनाए हुए है.
मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा, ''हमने सीरिया में हालिया हवाई हमलों का संज्ञान लिया है. भारत हालात पर नजदीकी नजर बनाए हुए है. अगर रासायनिक हथियारों के कथित उपयोग की बात सही है तो यह निंदनीय है. हम ओपीसीडब्ल्यू (रासायनिक हथियार निरोधक संगठन ) के द्वारा निष्पक्ष और उद्देश्यपूर्ण जांच का आह्वान करते हैं.''
उन्होंने कहा , ''हम सभी संबंधित पक्षों से आग्रह करते हैं कि वे संयम दिखाएं और आगे हालात को और जटिल बनाने से बचें.''
आपको बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सीरिया में हमले का ऐलान करते हुए कहा है कि हमारी इस कार्रवाई का उद्देश्य रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल, प्रसार और उत्पादन पर अंकुश लगाना है.
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वहीं रूस ने अमेरिका की इस कार्रवाई पर कहा है कि उसके सहयोगी देश (सीरिया) पर हुए इस हमले के नतीजे सामने आएंगे. रूस के सरकारी टीवी चैनल ने अपने दर्शकों से युद्ध के लिए तैयार रहने का आह्वान किया है.
आपको बता दें कि पूर्वी गूता के डुमा में हाल में कथित रूप से सीरिया द्वारा रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल को लेकर तनाव बढ़ा है. इस हमले में बच्चों सहित कम से कम 74 लोग मारे गए थे.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस हमले के लिए सीरियाई सरकार को दोषी ठहराते हुए सैन्य कार्रवाई की चेतावनी दी थी. अमेरिका अपरोक्ष तौर पर आरोप लगाता रहा है कि रूस इन हमलों के लिए जिम्मेदार है.
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