नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा के अधिकारी आज सुबह लगभग 11 बजे निजामुद्दीन स्थित तब्लीगी जमात के मुख्यालय पहुंचे. सूत्रों ने बताया कि जमात मुख्यालय में पिछले तीन दिनों से सफाई और सैनिटाइजेशन का काम चल रहा है. अपराध शाखा के अधिकारियों ने मुख्यालय में जाने के पहले दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग से बाकायदा परमिशन ली कि वे लोग जांच के लिए अंदर आना चाहते हैं क्योंकि उन्हें इस मामले में दर्ज एफआईआर में सबूतों की तलाश है.


स्वास्थ्य विभाग के निर्देशानुसार दिल्ली पुलिस की टीम ने बीमारी से बचने के लिए विशेष सूट पहने और फिर टीम मरकज मुख्यालय के अंदर गई. ध्यान रहे की मरकज के मुखिया मौलाना साद ने दिल्ली पुलिस को दिए जवाब में साफ तौर पर कह दिया था कि उसने खुद को 14 दिन के लिए सेल्फ क्वॉरंटीन कर लिया है. साथ ही उसके घर पर कोई डाटा मौजूद नहीं है और मरकज का मुख्यालय भी ब्लॉक है ऐसे में वह दिल्ली पुलिस के सवालों का जवाब नहीं दे सकता.




जमात मुख्यालय की ली गई तलाशी


पुलिस सूत्रों के मुताबिक मौलाना साद के असहयोग के बाद बड़े अधिकारियों ने निर्णय लिया कि मरकज मुख्यालय में मौजूद तब्लीगी जमात के कार्यालय की तलाशी ली जाए और वहां मौजूद इलेक्ट्रॉनिक और दस्तावेजी सबूतों को खंगाला जाए. जिससे यह पता चल सके कि मार्च महीने में कितने लोग मुख्यालय में आए और गए थे. अधिकारियों को उम्मीद है कि ऐसा कोई रजिस्टर डाटा जरूर होगा जिससे यह पता चल सकेगा कि मार्च महीने में कुल कितने लोग वहां आए थे.


सूत्रों के मुताबिक इसके साथ ही अपराध शाखा को यह उम्मीद भी है कि इस तलाशी के दौरान तब्लीगी जमात के कार्यकर्ताओं की लिस्ट और उनके फोन नंबर भी मिल सकते हैं जो पूरे देश में फैले हुए हैं. अगर यह सूची पुलिस को मिल जाती है तो उनके लिए यह जानना आसान हो जाएगा कि मार्च महीने में कुल कितने लोग इस मुख्यालय में आए थे और वह लोग कहां कहां मौजूद है.


छह डॉक्टरों की एक टीम ने किया पुलिसकर्मियों का स्वास्थ्य परीक्षण


यह भी ध्यान रहे कि जमात के सैंकड़ों लोगों को अब तक करोना पॉजिटिव पाया गया है और उनमें से अनेक की मौत हो चुकी है. दूसरी तरफ जमात मुख्यालय के साथ लगे दिल्ली पुलिस के हजरत निजामुद्दीन थाने में आज सुबह छह डॉक्टरों की एक टीम थाने के अंदर मौजूद पुलिस कर्मियों का स्वास्थ्य परीक्षण करने के लिए पहुंची. डॉक्टरों ने बताया कि थाने में मौजूद लगभग 50 पुलिसकर्मियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया है और फिलहाल हालत संतोषजनक हैं.


ध्यान रहे कि 30 और 31 मार्च को तब्लीगी जमात ऑपरेशन में भाग लेने वाले स्थानीय के अनेक पुलिसकर्मियों को सेल्फ क्वॉरंटीन में भेज दिया गया था. जिसके बाद पुलिस प्रशासन ने थाने में मौजूद सभी पुलिसकर्मियों के स्वास्थ्य परीक्षण का निर्णय लिया था.





सात मलेशियाई नागरिकों को लिया पुलिस ने हिरासत में






दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने भारत से मलेशिया जाने वाली विशेष विमान में बैठने की कोशिश करने वाले 7 मलेशियाई नागरिकों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है. पुलिस को शक है यह लोग दिल्ली के निजामुद्दीन स्थिति तब्लीगी जमात में भाग लेने आए थे.

पुलिस सूत्रों के मुताबिक भारत से विभिन्न देश अपने अपने नागरिकों को वापस अपने देश बुला रहे हैं. ऐसे में उनके लिए विशेष फ्लाइटों का इंतजाम किया गया है. रविवार की सुबह ऐसे ही सात मलेशियाई नागरिक दिल्ली हवाई अड्डे पर पहुंचे. जहां आरंभिक जांच के दौरान सुरक्षाकर्मियों और इमीग्रेशन विभाग को उन पर शक हुआ.

आरंभिक पूछताछ के दौरान पाया गया की जो सवाल इन मलेशिया नागरिकों से पूछे जा रहे थे वह उसका संतोषजनक जवाब नहीं दे पा रहे थे. साथ ही इन लोगों के नाम मलेशिया जाने वाले विमान की लिस्ट में भी नहीं थे. पुलिस को शक है कि  यह सातों मलेशियाई नागरिक तब्लीगी जमात में आए थे और अब यहां से बचकर भागने की फिराक में थे.

सातों से पूछताछ जारी

पुलिस के एक आला अधिकारी ने कहा कि इन सातों का स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाएगा और तब तक इन्हें स्वास्थ्य नियमों के मुताबिक अलग भी रखा जाएगा यदि इनमें से कोई कोरोना पॉजिटिव पाया जाता है तो उसे अस्पताल भेजा जाएगा. अधिकारी ने कहा कि ये सातों तब्लीगी जमात में शामिल होने आए थे और इस बात के प्रमाण मिले तो इन के खिलाफ भारतीय कानून के मुताबिक कानूनी कार्रवाई की जा सकती है. फिलहाल सातों से पूछताछ जारी है.