तब्लीगी जमात मामला: दस्तावेजों से नया खुलासा, ईडी को है मनी लॉन्ड्रिंग का शक
तब्लीगी जमता मामले में दस्तावेजों से नया खुलासा हुआ है.दस्तावेजों के आधार पर ईडी को मनी लॉन्ड्रिंग का शक है.
नई दिल्ली: तब्लीगी जमात से मिले दस्तावेजों से बड़ा खुलासा हुआ है. जिसके बाद ईडी ने दिल्ली पुलिस को ई-मेल भेजा है. ईडी ने दिल्ली पुलिस से तब्लीगी जमात से मिले लेन-देन के दस्तावेज मांगे. दिल्ली पुलिस को छापे के दौरान ऐसे दस्तावेज मिले हैं जिनसे लेन-देन की बात सामने आती है.
इन दस्तावेजों पर लिखावट किसकी है इस बात की जांच के लिए तब्लीगी जमात के कुछ पदाधिकारियों की लिखावट के नमूने लिए जाने की तैयारी की जा रही है. ईडी को लेन-देन के इन दस्तावेजों में मनी लॉन्ड्रिंग का शक है. साथ ही पैसा विदेश और विदेशियों दोनों से आने का शक भी है.
जो रजिस्टर उर्दू में लिखे गए हैं उनसे भी अनेक अहम खुलासे हो रहे हैं. दिल्ली पुलिस ने तब्लीगी जमात और मौलाना साद पर आपराधिक धाराओं के तहत और कसा शिकंजा है. धारा 304 के बाद अब धारा 308 भी एफआईआर में शामिल की गई है. सूत्रों के मुताबिक जमात के जो लोग कोरोना वायरस से मर गए हैं उस मामले में धारा 304 और जिन लोगों को कोरोना वायरस हुआ लेकिन वह ठीक हो गए उस मामले में धारा 308 लगाई गई है.
धारा 308 का मतलब कि जानबूझकर ऐसा काम करना जिसमें आप जानते हैं कि सामने वाले को नुकसान पहुंच सकता है लेकिन उस को नुकसान पहुंचाने की मंशा नहीं है. दिल्ली पुलिस ने अब तक एफआईआर में कुल आठ धाराएं शामिल कर दी हैं. जिनमें धारा 188, 270, 270, 271, 336, 308, 304 और 120 बी और महामारी अधिनियम की धारा शामिल है. इन धाराओं के लगने से आरोपी की जमानत आसानी से नहीं होती और इन धाराओं में सजा की अवधि भी ज्यादा है.
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