Taiwan New Office in Mumbai: भारत ने ताइवान को मुंबई में नया और तीसरा प्रतिनिधि कार्यालय खोलने की अनुमति दे दी है. ताइवान 16 अक्टूबर से मुंबई में अपना नया कार्यालय शुरू करेगा. दिल्ली और चेन्नई में पहले ही ऑफिस खुल चुके हैं. भारत और ताइवान के बीच भागीदारी के ये संकेत चीन को और भी ज्यादा परेशान कर सकते हैं. 


ताइवान के वास्तविक राजदूत बाउशुआन गेर ने 8 अक्टूबर को भारत में अपने कार्यालय खोलने को लेकर घोषणा भी की थी कि वह 16 अक्टूबर से मुंबई में अपना कार्यालय खोलने वाले हैं. गेर ने जोर देते हुए कहा था कि ये मिशन ताइवानी और भारतीय व्यवसायों के बीच मजबूत संबंधों को सुविधाजनक बनाएगा. 


बढ़कर 32 हो जाएगी ताइवानी राजनयिकों की संख्या


ताइवान की “न्यू साउथबाउंड पॉलिसी” के तहत मुंबई में नए कार्यालय की स्थापना भारत के साथ अपने संबंधों को विस्तार करने का हिस्सा है. नए कार्यालय के खुलते ही भारत में ताइवानी राजनयिकों की संख्या बढ़कर 32 हो जाएगी और इसी के साथ साथ यहां के कर्मियों में भी वृद्धि की जाएगी. राजदूत बाउशुआन गेर का कहना था कि नए कार्यालय खोलने के पीछे का उद्देश्य साफ है कि वह दोनों देशों के बीच बढ़ते आर्थिक संबंधों और व्यापार करना है, खासतौर से शिक्षा के क्षेत्रों में.


लगातार बिगड़ रहे थे रिश्ते


माना जा रहा है कि इस कदम से चीन नाक-भौं सिकोड़ सकता है क्योंकि ताइवान को चीन अपना अभिन्न अंग मानता रहा है और उसके दूसरे देशों के साथ कूटनीतिक रिश्तों को नापसंद भी करता है. देखा जाता रहा है कि ताइवान की कंपनियां खासतौर से चीन में ही निवेश करती रही है, लेकिन दोनों ही देशों के बीच लगातार रिश्ते बिगड़ते देखे जा रहे हैं.


चीन में ही निवेश करता था ताइवान


जहां ताइवान सरकार अपने देश को आगे बढ़ाने के लिए कोशिशों में जुटी हुई है वहीं चीन की तरफ से इसका कड़ा विरोध हो रहा है. कई बार तो चीन अपनी सैन्य ताकतों को दिखाकर भी ताइवान को डराने की कोशिश करता रहा है. इसी कारण से ताइवान की कंपनियों ने चीन से अपने इन्वेस्टमेंट को समेटना भी शुरू कर दिया था.


यह भी पढ़ें-  खतरे में भारतीय सैनिकों की जान! इजरायल के इस कदम पर भारत ने जताई चिंता, जानें क्या कहा