आगरा: ताजमहल देश का ऐसा पहला पर्यटक स्थल बनने जा रहा है जहां बच्चों को दूध पिलाने के लिए अलग से कमरा बनाया जाएगा. ऑर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (एएसआई) के मुताबिक इस कदम का मकसद महिलाओं की निजता को प्रमुखता देना है. एएसआई के एक अधिकारी के मुताबिक महिलाओं के लिए यह विशेष कमरा जुलाई महीने तक बनकर तैयार हो जाएगा.
महिलाओं को होगी सुविधा
अभी तक ताजमहल एरिया में महिलाओं को किनारे हटकर या पर्दे का सहारा लेकर अपने बच्चों को दूध पिलाना पड़ता था. इस विशेष कमरे के बन जाने के बाद महिलाओं को इस तरह की समस्याएं नहीं होंगी.
कोलकाता में हुआ था प्रदर्शन
देश में खुले में बच्चों को दूध पिलाने को अच्छा नहीं माना जाता है. पिछले साल कोलकाता के एक मॉल के बाहर महिलाओं ने इस मसले पर प्रदर्शन भी किया था. दरअसल, यहां एक मॉल में एक महिला को बच्चे को दूध पिलाने से रोक दिया गया था.
80 लाख लोग देखने आते हैं ताजमहल
ताजमहल को देखने हर साल 80 लाख से अधिक लोग आते हैं. एएसआई के मुताबिक देश के 3600 राष्ट्रीय स्मारकों में से ताजमहल पहला ऐसा पर्यटक स्थल होगा जहां ब्रेस्टफीडिंग (बच्चों को दूध पिलाने वाला घर) सेंटर बनाया जा रहा है.
बता दें कि ताजमहल का निर्माण शाहजहां ने अपनी बीवी मुमताज महल की याद में करवाया था.
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