तालिबान के प्रवक्ता ने अफगानिस्तान में रहने वाले भारतीयों के लिए बड़ा बयान दिया है. तालिबान ने कहा है कि अफगानिस्तान में रहने वाले भारतीयों को उनसे कोई खतरा नहीं है. तालिबान ने भरोसा दिलाया है कि वो अफगानिस्तान में मौजूद भारतीय दूतावासों को निशाना नहीं बनाएगा. 


तालिबान के प्रवक्ता मोहम्मद सुहैल शाहीन ने कहा, "हम भारतीय राजनयिकों और दूतावास को आश्वास्त करना चाहते हैं कि हमारी तरफ से उन्हें खतरा नहीं है. हम दूतावासों को खतरा नहीं बनाएंगे. ये बात हमने अपने बयान में एक नहीं बल्कि कई बार कही है. ये हमारा वादा है जो मीडिया में भी है."


तालिबान के प्रवक्ता से पूछा कि वह भारत को आश्वस्त कर सकता है कि उसके खिलाफ अफगान धरती का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा. इसपर प्रवक्ता ने कहा, 'हमारी एक सामान्य नीति है कि हम किसी भी पड़ोसी देश के खिलाफ अफगान धरती का इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं देने के लिए प्रतिबद्ध हैं.' अफगानिस्तान में भारत की सहायता से चल रही परियोजनाओं पर तालिबान ने कहा, 'हम अफगान के लोगों के लिए किए गए हर काम की सराहना करते हैं जैसे बांध, इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट और जो भी अफगानि के विकास, पुनर्निर्माण और आर्थिक समृद्धि के लिए किया गया है.'


अफगानिस्तान के समूचे दक्षिणी हिस्से में तालिबान का नियंत्रण
तालिबान ने शुक्रवार को चार और प्रांतों की राजधानियों पर कब्जा करते हुए देश के समूचे दक्षिणी भाग पर अपना नियंत्रण स्थापित कर लिया और धीरे-धीरे काबुल की तरफ बढ़ रहा है. अफगान के दूसरे और तीसरे सबसे बड़े शहर पर नियंत्रण के बाद तालिबान ने हेलमंद प्रांत की राजधानी लश्करगाह पर कब्जा कर लिया है. लगभग दो दशक के युद्ध के दौरान हेलमंद में सैकड़ों की संख्या में विदेशी सैनिक वहां मारे गए थे.


दक्षिणी क्षेत्र पर कब्जे का मतलब है कि तालिबान ने 34 प्रांतों में से आधे से ज्यादा की राजधानियों पर नियंत्रण बना लिया है. ऐसे में जब अमेरिका कुछ सप्ताह बाद अपने आखिरी सैनिकों को वापस बुलाने वाला है तालिबान ने देश के दो-तिहाई से अधिक क्षेत्र पर कब्जा कर लिया है.


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