इमरान के बयान पर बोले सेना प्रमुख, आतंकवाद और बातचीत साथ-साथ नहीं हो सकते
इमरान खान के इस बयान पर सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि हमारे सरकार की पॉलिसी हमेशा क्लियर रही है. आंतकवाद और बातचीत एक साथ नहीं हो सकते.
नई दिल्ली: भारत-पाक विदेश मंत्रियों की बैठक रद्द होने के बाद तिलमिलाये इमरान खान ने बिना नाम लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है. इमरान खान ने कहा है कि शांति बहाली के लिए शांति वार्ता की शुरुआत की मेरी पहल पर भारत के अहंकारी और नकारात्मक जवाब से बेहद निराश हूं. बता दें कि पाकिस्तान की तरफ से आतंकी वारदातों और सीमा पर सैनिकों की शहादत के बाद कल विदेश मंत्रालय ने दोनों देशों की बीच होने वाली बातचीत को रद्द कर दिया था.
अब इमरान खान के इस बयान पर सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि हमारे सरकार की पॉलिसी हमेशा क्लियर रही है. आंतकवाद और बातचीत एक साथ नहीं हो सकते. पाकिस्तान को आतंकवाद के खतरे को रोकने की जरूरत है. इसके साथ ही सेना प्रमुख ने कहा कि पाकिस्तानी सेना और आतंकियों की तरफ से किए जा रहे बर्बरता का बदला लेने के लिए हमें ठोस कदम उठाने की जरूरत है. वक्त आ गया है कि हम उसी की भाषा में जवाब दें, हम इस तरह की बर्बरता का सहारा नहीं लेंगे. लेकिन दूसरे पक्ष को भी वही दर्द महसूस होना चाहिए.
भारत-पाक बातचीत रद्द होने पर इमरान खान ने बिना नाम लिए साधा पीएम मोदी पर निशाना
इमरान खान ने ट्वीट कर कहा, ‘’बहाली के लिए शांति वार्ता की शुरुआत की मेरी पहल पर भारत के अहंकारी और नकारात्मक जवाब से बेहद निराश हूं. हालांकि, मैं अपनी पूरी जिंदगी ऐसे छोटे लोगों से मिला हूं जो बड़े दफ्तरों पर ऊंचे ओहदे पर बैठे हैं, लेकिन उनके पास आगे तक देख सकने के लिए दूरदर्शी सोच का अभाव है.’’
वहीं भारत सरकार के बारे में दिए बयान की निंदा करते हुए कांग्रेस ने आज कहा कि इमरान वहां की सेना और आईएसआई के मुखौटा हैं और उन्हें भारत की सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में ‘अपशब्द’ कहने का कोई अधिकार नहीं है. पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ‘‘ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के बारे में हम सिर्फ यही कहेंगे सूप बोले तो बोले, छलनी क्या बोले जिसमें एक हजार छेद हैं. जो आतंकवाद का जन्मदाता हैं उस पाकिस्तान को कोई अधिकार नहीं है कि भारत सरकार और प्रधानमंत्री के बारे में अपशब्द बोले. यह हमें कभी स्वीकार नहीं हो सकता.’’
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