तमिलनाडु वेदांता प्लांट मामला: स्टरलाइट कॉपर यूनिट के विस्तार पर मद्रास हाईकोर्ट ने लगाई रोक
तूतीकोरीन में स्टरलाइट कॉपर यूनिट का विरोध हो रहा है. तूतीकोरीन में स्टरलाइट कॉपर यूनिट वेदांता ग्रुप की है. स्टरलाइट कॉपर यूनिट से हवा और पानी का प्रदूषण फैल रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक, तूतीकोरीन के हर घर में दो लोग बीमार हो रहे हैं.
तुतिकोरीन: तमिलनाडु के तूतीकोरीन शहर में जहर उगलने वाली वेदांता ग्रुप की स्टरलाइट कॉपर यूनिट पर मद्रास हाईकोर्ट ने रोक लगा दी है. स्टरलाइट कॉपर यूनिट के खिलाफ लोगों का प्रदर्शन कल हिंसक हो गया. इस हिसां के बाद पुलिस से भिड़ंत में 11 लोगों की जान चली गई. स्टरलाइट से होने वाले प्रदूषण को लेकर पिछले कई महीनों से तूतीकोरीन में प्रदर्शन चल रहा है. इस मामले पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि पुलिस कार्रवाई में 11 लोगों की मौत राज्य प्रायोजित आतंकवाद का उदाहरण है.
पुलिस कार्रवाई में 11 लोगों की मौत को लेकर तमिलनाडु से दिल्ली तक राजनीति गरमा गई है. तमिलनाडु में नेता विपक्ष एमके स्टालिन ने चीफ सेक्रेटरी से मुलाकत कर मामले पर चिंता जताई है. वहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी तमिलनाडु की पलानीस्वामी सरकार को घेरते हुए ट्वीट किया है.
तस्वीरों में देखें वेदांता के प्लांट के खिलाफ प्रदर्शन
राहुल गांधी ने क्या कहा है?
राहुल गांधी ने कहा है, ‘’तमिलनाडु में स्टरलाइट के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे 11 लोगों की पुलिस कार्रवाई में मौत हो जाना राज्य प्रायोजित आतंकवाद का घिनौना उदाहरण है. अन्याय के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों की हत्या कर दी गई. मेरी संवेदनाएं मारे गए लोगों के परिवार और घायलों के साथ हैं.’’
The gunning down by the police of 9 people in the #SterliteProtest in Tamil Nadu, is a brutal example of state sponsored terrorism. These citizens were murdered for protesting against injustice. My thoughts & prayers are with the families of these martyrs and the injured.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 22, 2018
वहीं, कांग्रेस नेता टॉम वडक्कन ने 11 लगों की मौत पर चिंता जताते हुए केंद्र और राज्य सरकार से स्टरलाइट कॉपर यूनिट की जांच की मांग की है
हिंसा के बाद धारा 144 लागू
दरअसल कल लोगों का प्रदर्शन अचानक हिंसक हो गया और गाड़ियों में तोड़फोड़ और आगजनी शुरू हो गई. पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में आंसू गैस के गोले छोड़े जिसके बाद स्थिति और बिगड़ गई. हिंसा में ग्यारह लोगों की जान चली गई और कई घायल हैं. वेदांता ग्रुप के स्टरलाइट कॉपर फैक्ट्री से होने वाले खतरनाक प्रदूषण से तूतीकोरीन के लोग बीमार हो रहे हैं. मद्रास हाईकोर्ट ने सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए हैं. वहीं पुलिस ने कल की हिंसा के बाद धारा 144 लगा दी है.
तूतीकोरीन में कोहराम क्यों मचा है?
तूतीकोरीन में स्टरलाइट कॉपर यूनिट का विरोध हो रहा है. तूतीकोरीन में स्टरलाइट कॉपर यूनिट वेदांता ग्रुप की है. स्टरलाइट कॉपर यूनिट से हवा और पानी का प्रदूषण फैल रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक, तूतीकोरीन के हर घर में दो लोग बीमार हो रहे हैं. लोगों को सांस, त्वचा, दिल की बीमारी और कैंसर जैसी गंभीर बीमारी हो रही हैं. जनवरी में प्लांट के विस्तार की खबर के बाद विरोध तेज हो गया है.
मारे गए लोगों के परिवार को 10-10 लाख रुपये
तमिलनाडु की पलानीस्वामी सरकार ने पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं और कल हिंसा में मारे गए लोगों के परिवार को 10-10 लाख रुपये और घायलों को 3-3 लाख रुपये के मुआवजे का एलान किया गया है. साथ ही सरकार ने एलान किया है कि प्लांट से निकले जहर से पीड़ित लोगों के परिवार में एक सदस्य को उचित नौकरी दी जा सकती है.