National Anthem Controversy: तमिलनाडु विधानसभा में एक अप्रत्याशित घटना घटी, जब राज्यपाल आर.एन. रवि विधानसभा में अभिभाषण के लिए पहुंचे, लेकिन राष्ट्रगान के अपमान पर उन्होंने विधानसभा छोड़ दी. ये घटना उस समय हुई जब केवल "तमिल थाई वजथु" गीत गाया गया और राष्ट्रगान को नजरअंदाज किया गया. इस कदम ने राजनीतिक हलकों में तूफान मचाया और राज्यपाल के नाराज होने की वजह बन गया.


राजभवन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक ट्वीट करते हुए लिखा कि तमिलनाडु विधानसभा में आज एक बार फिर से भारत के संविधान और राष्ट्रगान का अपमान किया गया. संविधान के तहत राष्ट्रगान गाना एक मौलिक कर्तव्य है और यह हर विधानसभा सत्र में राज्यपाल के अभिभाषण से पहले और बाद में गाया जाता है. राज्यपाल ने मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन और विधानसभा अध्यक्ष से राष्ट्रगान गाने की अपील की, लेकिन उनके अनुरोध को ठुकरा दिया गया जिससे वह गहरे दुखी हुए और सदन छोड़ने का फैसला लिया.


संविधान और राष्ट्रगान के सम्मान पर बहस तेज


राज्यपाल आर.एन. रवि ने विधानसभा में 3 मिनट के अंदर ही सदन छोड़ दिया. उनका कहना था कि जब राष्ट्रगान को गाने की अनुमति नहीं दी गई तो उन्हें उस माहौल में रहना उचित नहीं लगा. उनके इस कदम ने विधानसभा सत्र को अचानक राजनीतिक विवाद में बदल दिया. राज्यपाल का ये विरोधाभासपूर्ण कदम तमिलनाडु की राजनीति में नए सवाल उठा रहा है और संविधान और राष्ट्रगान के सम्मान को लेकर गहरी बहस को जन्म दे रहा है.


राज्यपाल के फैसले पर राजनीति में प्रतिक्रिया तेज


राज्यपाल के इस फैसले पर राजनीति में तेज प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं. जहां सत्ता पक्ष ने इसे एक सामान्य प्रोटोकॉल उल्लंघन बताया वहीं विपक्षी दलों ने इसे एक गंभीर और संवेदनशील मामला करार दिया है. इस घटना के बाद तमिलनाडु विधानसभा में संविधान और राष्ट्रगान के सम्मान को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है.


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