Tamil Nadu: तमिलनाडु में बिहार के मजदूरों पर हुए कथित हमले को लेकर सियासी हंगामा जारी है. इसी बीच स्टालिन सरकार ने शुक्रवार (3 मार्च) की शाम को कहा कि यह खबर झूठी है कि उत्तर भारत के श्रमिकों पर तमिलनाडु में कुछ जगहों पर बहुत गलत इरादे से हमला किया जा रहा है.
तमिलनाडु के श्रम कल्याण विकास मंत्री सीवी गणेशन ने बयान जारी किया है. उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर भ्रम फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि राज्य में श्रमिकों को कोई खतरा नहीं है.
तमिलनाडु सरकार ने कहा, ''कई राज्यों के श्रमिक विकास में बड़ा योगदान दे रहे हैं. उत्तरी राज्य के श्रमिक बड़ी संख्या में पुल निर्माण और मेट्रो रेल समेत महत्वपूर्ण क्षेत्रों में जुड़े हैं और उन क्षेत्रों के विकास में अपना योगदान दे रहे हैं. संबंधित कंपनियों अपने श्रमिक को सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कर रही हैं.''
बिहार सरकार का बयान
वहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि प्रवासियों पर हमलों के आरोपों की जांच के लिए शुक्रवार (3 फरवरी) को वरिष्ठ अधिकारियों के एक दल को तमिलनाडु भेजा जा रहा है. मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से जारी बयान के अनुसार नीतीश कुमार ने तमिलनाडु में बिहार के लोगों पर कथित हमले को लेकर मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक के साथ हाई लेवल रिव्यू मीटिंग की.
बैठक में यह निर्णय लिया गया कि राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों की एक टीम जिसमें वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी शामिल रहेंगे तमिलनाडु के उस प्रभावित क्षेत्र का दौरा करेगी जहां से ऐसी खबरें मिली हैं.
नीतीश कुमार ने क्या कहा?
नीतीश कुमार ने ट्वीट कर कहा, ‘‘मुझे समाचार पत्रों के माध्यम से तमिलनाडु में काम कर रहे बिहार के मजदूरों पर हो रहे हमले की जानकारी मिली है. मैंने बिहार के मुख्य सचिव एवं पुलिस महानिदेशक को तमिलनाडु सरकार के अधिकारियों से बात कर वहां रह रहे प्रदेश के श्रमिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है.’’
बता दें कि तमिलनाडु में बिहार के मजदूरों पर हुए कथित हमलों को लेकर विधानसभा में शुक्रवार को जमकर हंगामा हुआ. बीजेपी ने डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर कई सवाल दागे. दरअसल तेजस्वी ने शनिवार को तमिलनाडु का दौरा किया था और वे सीएम एमके स्टालिन के जन्मदिन पर आयोजित रैली में शामिल हुए थे.
बीजेपी के आरोपों पर तेजस्वी यादव ने विधानसभा में कहा ''आप भारत माता की जय कहते हैं तो आप प्रदेशों में घृणा क्यों फैलाते हैं? यह कैसी देशभक्ति है? अगर आपको हम पर विश्वास नहीं तो आपके केंद्र में गृह मंत्री हैं उनसे जांच करवाईए.'' बीजेपी ने इसी बीच सदन से वॉकआउट कर दिया.