PM Modi BBC Documentary: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) और गुजरात दंगों पर बनी बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री (BBC Documentary) को लेकर अब भी विवाद बरकरार है. सोमवार को तमिलनाडु (Tamilnadu) के मदुरै में बीबीसी की विवादित डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग को रोकने के लिए बीजेपी जिला प्रमुख समेत 7 पार्टी कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया. 


सूत्रों के मुताबिक, कम्युनिस्ट पार्टी के कैडर ने एक खुली जगह में डॉक्यूमेंट्री दिखाने की कोशिश की थी. उस दौरान शशिकुमार के नेतृत्व में बीजेपी कैडर ने उन्हें रोक दिया, जिससे हंगामा हो गया. इस पूरे प्रकरण के कारण बीजेपी मीडिया सेल के प्रमुख कालिदास ने अपनी रिहाई की मांग को लेकर थाने के सामने विरोध प्रदर्शन किया.


पीएम मोदी और गुजरात दंगों पर बीबीसी की विवादास्पद दो-भाग वाली डॉक्यू-सीरीज 17 जनवरी को पहली बार प्रसारित होने के बाद से ही शहर में चर्चा का विषय रही है. केंद्र ने इसके सामूहिक प्रदर्शन पर प्रतिबंध तो लगाया, लेकिन इसके बावजूद कई शैक्षणिक संस्थानों के परिसरों में स्क्रीनिंग की गई. 


JNU से शुरू हुआ था बवाल


अभी कुछ दिन पहले ही 24 जनवरी को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में भी बीबीसी की विवादित डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग की जा रही थी. उस दौरान भारी अराजकता और हिंसा देखी गई. विश्वविद्यालय प्रशासन ने परिसर में बिजली की आपूर्ति भी काट दी थी. इसके बाद अधिकारियों ने यूनिवर्सिटी कैंपस में इंटरनेट को निलंबत कर दिया. वहीं कई प्लेटफॉर्म्स को भी ब्लॉक कर दिया गया.


भारत सरकार ने डॉक्यूमेंट्री को लेकर क्या कहा है?


विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने डॉक्यूमेंट्री को एक प्रौपेगैंडा पीस बताया है. भारत सरकार ने जारी बयान में कहा कि ये डॉक्यूमेंट्री एक तरफ के नजरिए को दिखाता है जिसके चलते स्क्रीनिंग पर रोक लगाई गई है. इसी कड़ी में केंद्र सरकार ने डॉक्यूमेंट्री को ट्विटर या यूट्यूब चैनलों के जरिए दिखाने वाले अकाउंट को ब्लॉक करने की अपील भी की थी.


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