MK Stalin On PM Modi: ‘…ताकि खत्म हो जाए राज्यों का अस्तित्व, जानें एमके स्टालिन ने पीएम मोदी पर क्यों लगाए गंभीर आरोप
MK Stalin: स्पीकिंग फॉर इंडिया के तीसरे एपिसोड को संबोधित करते हुए तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने विधानसभा चुनावों वाले पांच राज्यों में मतदाताओं को BJP के खिलाफ वोटिंग की अपील की है.
MK Stalin Attacks BJP: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला है. मंगलवार (31 अक्टूबर) को अपने पॉडकास्ट "स्पीकिंग फॉर इंडिया" के तीसरे एपिसोड में संबोधन करते हुए उन्होंने कहा कि पीएम राज्यों को पूरी तरह से "खत्म" नहीं कर सकते तो कम से कम उन्हें "नगर पालिकाओं" में तब्दील कर देना चाहते हैं.
इस दौरान स्टालिन ने पांच चुनावी राज्यों में मतदाताओं से I.N.D.I.A. गठबंधन को वोट करने की अपील की. उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की राय है कि राज्यों को समाप्त कर दिया जाना चाहिए, यदि नहीं, तो कम से कम उन्हें केवल नगर पालिकाओं में बदल दिया जाना चाहिए. राज्यों के पूरे प्रशासन को राज्यपाल के हाथों नियंत्रित करवाना BJP की योजना हैं.
इसके पहले स्टालिन ने सूबे के राज्यपाल आरएन रवि पर बीजेपी नेता के रूप में काम करने और राजभवन को बीजेपी पार्टी कार्यालय में तब्दील करने के आरोप लगाए थे.
राजभवन के जरिये राज्यों के प्रशासन में बाधा बन रहा केंद्र
स्टालिन ने अपने पॉडकास्ट में कहा कि बीजेपी राजभवन के माध्यम से राज्य विधानसभा द्वारा पारित 19 कानूनों की राज्यपाल की ओर से मिलने वाली सहमति रोक कर बाधित कर रही है. इसी को आधार बनाकर विधानसभा चुनाव वाले राज्यों में BJP के खिलाफ वोटिंग करने और आईएनडीआईए गठबंधन को जिताने की अपील करते हुए, उन्होंने कहा कि केंद्र में अगर ऐसी सरकार बनाते हैं जो संघीय मानदंडों का सम्मान करती है, तो सभी राज्य बेहतर ढंग से विकसित होंगे."
इस बीच, स्टालिन की पार्टी द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) के नेतृत्व वाली तमिलनाडु सरकार ने विधानसभा द्वारा अनुमोदित विभिन्न विधेयकों को मंजूरी देने में देरी को लेकर राज्यपाल रवि के खिलाफ मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट का रुख किया.
CM रहते मोदी का रुख PM बनते ही बदला
स्टालिन ने गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में प्रधान मंत्री के पिछले कार्यकाल और प्रधान मंत्री के रूप में उनके वर्तमान कार्यकाल के बीच समानताएं बताईं. स्टालिन ने कहा, “मुख्यमंत्री मोदी राज्यों को शक्तियों के अधिक हस्तांतरण के पक्ष में थे, वहीं प्रधानमंत्री बनने के बाद दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी लोकतांत्रिक व्यवस्था को खंडित और नष्ट करके एकनायकवाद की ओर बढ़ रहे हैं.”
उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री के रूप में दिल्ली आने के बाद, उन्हें संविधान की पहली पंक्ति भी पसंद नहीं आई जो कहती है, 'इंडिया, जो कि भारत है, राज्यों का एक संघ होगा." उन्होंने BJP पर RSS के सिद्धांतों पर काम करते हुए तानाशाह शासन स्थापित करने की कोशिश का आरोप लगाया है.
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