चेन्नई: भीषण चक्रवाती तूफान निवार गुरुवार को पुडुचेरी के पास समुद्र तट पर पहुंच गया. वहीं इस वजह से हुई भारी बारिश के कारण तमिलनाडु में तीन लोगों की मौत हो गयी और 1,000 से अधिक पेड़ उखड़ गए. साथ ही कई निचले इलाकों में पानी भर गया.


इसके बाद निवार कमजोर होकर चक्रवाती तूफान में और उसके बाद और गहरे कम दबाव के क्षेत्र में तब्दील हो गया. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अधिकारियों के अनुसार यह दोपहर में 1430 बजे तिरुपति से पश्चिम दक्षिण-पश्चिम में केंद्रित था. आईएमडी के अनुसार, अगले छह घंटों में यह कम दबाव के क्षेत्र में बदल जाएगा.


केन्द्र की ओर से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया- अमित शाह


इस तूफान के कारण तमिलनाडु और पुडुचेरी में भारी बारिश हुई जिससे बड़ी संख्या में पेड़ उखड़ गए. वहीं निचले इलाकों में पानी भर गया. केन्द्रीय मंत्री अमित शाह ने ट्वीट किया, ‘‘हम तमिलनाडु और पुडुचेरी में चक्रवात निवार की स्थिति पर करीबी नजर बनाए हुए हैं. तमिलनाडु और पुडुचेरी के मुख्यमंत्रियों से बातचीत की और उन्हें केन्द्र की ओर से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है. एनडीआरएफ के दल लोगों की मदद के लिए पहले ही मौके पर मौजूद हैं.’’ अधिकारियों ने बताया कि तमिलनाडु में तीन लोगों की मौत हो गयी और 1,086 पेड़ उखड़ गए. उन सभी पेड़ों को हटा दिया गया है.


कई पेड़ बिजली के तारों पर और वाहनों पर भी गिर गए. चेन्नई में, कई इलाकों में नागरिकों ने इंटरनेट सेवाओं के बाधित होने की शिकायत की. पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी ने कुडलूर का दौरा किया और वहां नुकसान का जायजा लिया. पानी भरे इलाकों में बचाव कर्मियों ने नावों का उपयोग कर लोगों तक खाना पहुंचाया वहीं कुछ लोग रिश्तेदारों के यहां चले गए.


स्थगित राज्य परिवहन बस सेवाएं फिर शुरू हो गयीं


शहरी इलाकों में नगर निकाय के कार्यकर्ताओं ने जमा हो गए पानी को बाहर निकाला. अधिकारियों ने बताया कि हाल के वर्षों में बुनियादी ढांचे को मजबूत बनाने से पानी को बाहर निकालने में काफी मदद मिली. हवाई अड्डे, मेट्रोरेल और बसों का संचालन गुरुवार को फिर से शुरू हो गया. कई जिलों में 24 नवंबर से ही स्थगित राज्य परिवहन बस सेवाएं दोपहर में फिर शुरू हो गयीं.


29 नवंबर से एक बार फिर भारी बारिश होने की आशंका


तमिलनाडु में गुरुवार को आए चक्रवाती तूफान निवार के बाद 29 नवंबर से एक बार फिर भारी बारिश होने की आशंका है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) कहा कि 29 नवंबर से बंगाल की खाड़ी में एक नया, कम दबाव का क्षेत्र बनने की आशंका है. आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि 29 नवंबर से बन रहे कम दबाव के क्षेत्र से तमिलनाडु में भारी बारिश हो सकती है. उन्होंने कहा, हालांकि यह देखने की जरूरत है कि क्या कम दबाव का क्षेत्र और गहरा होकर चक्रवात में तो नहीं बदलेगा. कम दबाव का क्षेत्र चक्रवात बनने का पहला चरण है.

महापात्र ने कहा, “हम इस पर (कम दबाव के क्षेत्र पर) करीबी नजर रख रहे हैं.” तमिलनाडु के तटीय इलाकों में बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान के तौर पर दस्तक देने वाले चक्रवात निवार से गुरुवार को अलसुबह राज्य में भारी बारिश हुई, खास तौर पर उत्तरी इलाकों में.

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