Tamil Nadu News: तेलंगाना चुनाव की सरगर्मी के बीच द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) के सांसद थमिझाची थंगापांडियन के एक वीडियो ने अपनी पार्टी के साथ-साथ कांग्रेस की भी परेशानी बढ़ा दी है. इसमें वह लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (एलटीटीई) प्रमुख वी प्रभाकरन की प्रशंसा करती दिख रहीं हैं. हालांकि कांग्रेस ने इसकी आलोचना की है और इससे किनारा किया है.
कांग्रेस के सांसद कार्ति चिदंबरम ने सोमवार को एक्स (पहले ट्विटर) पर एक पोस्ट में लिखा, "प्रभाकरन की प्रशंसा करना ठीक नहीं है. 17 तमिलों के साथ राजीव गांधी की नृशंस हत्या पर पर्दा डालना स्वीकार्य नहीं है. प्रभाकरन, वीरप्पन, तमिल राष्ट्रवाद व हिंदुत्व राष्ट्रवाद की तरह ही हाशिए पर है.”
कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष ने भी किया विरोध
वहीं, राज्य कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष मोहन कुमारमंगलम ने मुल्लीवाइकल घटना पर संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट का हवाला दिया जिसमें कहा गया था कि लिट्टे ने आत्मसमर्पण करने से इनकार कर दिया है और वे नागरिकों के जीवन का बलिदान देने को तैयार है. इसके बाद मोहन ने थंगापांडियन के बयान की आलोचना करते हुए कहा "आप इसके लिए माफ़ी मांगना चाहते हैं? मैं भारतीय संसद के एक सदस्य को यह कहते हुए सुनकर हैरान हूं."
क्या कहा सांसद थंगापांडियन ने
दरअसल, डीएमके सांसद थंगापांडियन के एक इंटरव्यू से जुड़ा 12 सेकंड का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में थंगापांडियन लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (एलटीटीई) प्रमुख वी प्रभाकरन की प्रशंसा करती दिख रहीं हैं. थंगापांडियन ने यह इंटरव्यू न्यूज पोर्टल द फेडरल को दिया था. इंटरव्यू की एक क्लिप में जब उनसे पूछा गया कि वह किस ऐतिहासिक शख्सियत के साथ भोजन करना चाहेंगी और वह उस व्यक्ति से क्या पूछेंगी? इस सवाल के जवाब में थंगापांडियन ने प्रभाकरन का नाम लेते हुए कहा कि वह उनसे मुल्लीवाइकल त्रासदी के लिए माफी भी मांगेंगी और प्रभाकरण से भी माफ करने के लिए कहेंगी. बता दें कि मई 2009 में श्रीलंकाई सेना ने द्वीप में तीन दशक के खूनी युद्ध को समाप्त करते हुए लिट्टे का सफाया कर दिया था और मुल्लीवाइकल में हजारों तमिल नागरिक को भी मौत के घाट उतार दिया था.
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