चेन्नई: तमिलनाडु के एक मंत्री द्वारा आदिवासी लड़के से अपने स्लीपर उतरवाने को लेकर विवादों में घिर गए हैं. दरअसल राज्य के वन मंत्री डिंडीगुल श्रीनिवासन नीलगिरि जिले में स्थित मदुमलाई नैशनल पार्क आए हुए थे. इस दौरान उन्होंने अपने स्लीपर एक बच्चे से उतरवाए. सोशल मीडिया में इसका वीडियो वायरल होने के बाद हड़कंप मच गया. फिलहाल मंत्री के खिलाफ 1989 एससी/एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया गया है.

राज्य वन मंत्री श्रीनिवासन मदुमलाई टाइगर रिजर्व में एक हाथी रिहैबिटेशन सेंटर का उद्घाटन करने गए थे. मंत्री के साथ राज्य के सेक्रेटरी और अन्य अधिकारी भी मौजूद थे. कार्यक्रम के दौरान वो मंदिर जाने के लिए अपना स्लीपर एक आदिवासी लड़के केथन से उतारवाया. इस घटना की लोग सोशल मीडिया पर जमकर आलोचन कर रहे हैं.



वायरल वीडियो में आदिवासी लड़के सीबी केथन मंत्री के स्लीपर उतारते हुए दिखाई दे रहा है. सोशल मीडिया में लोगों ने मंत्री की अलोचना करने के साथ ही एससी/ एसटी कानून के तहत एफआईआर दर्ज करने की मांग कर रहे हैं. घटना से नाराज लोगों ने मंत्री पर आदिवासियों के खिलाफ भेदभाव का आरोप लगाया है.

हालांकि आदिवासी लड़के केथन ने अपनी शिकायत में कहा है कि मंत्री को अच्छी तरह से पता था कि यहां के लोग आदिवासी समुदाय के हैं. वहीं आलोचना का सामना कर रहे एआईएडीएमके नेता ने कहा कि आदिवासी लड़के से स्लीपर उतरवाने का कोई उद्देश्य नहीं था. दरअसल लड़के को अपना पोता समझकर उन्होंने बुलाया था.

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