शादियों में शराब परोसने के फैसले से पीछे हटी तमिलनाडु सरकार, विपक्ष ने युवाओं को बर्बाद करने का लगाया था आरोप
Tamil Nadu News: तमिलनाडु में मैरिज हॉल में शराब परोसने वाले फैसले के बाद राज्य सरकार की काफी किरकिरी हुई थी. अन्नाद्रमुक और बीजेपी ने डीएमके को घेरने का काम किया था.
Tamil Nadu Government: मैरिज हॉल में शराब परोसने वाले फैसले को अब डीएमके सरकार ने वापस ले लिया है. सरकार का कहना है कि यह केवल कॉन्फ्रेंस सेंटर और कमर्शियल कॉम्प्लेक्स के अलावा खेल स्टेडियमों में ही किया जाएगा. दरअसल, सरकार ने पिछले महीने कहा था कि कॉन्फ्रेंस हॉल, कन्वेंशन सेंटर, मैरिज हॉल, बैंक्वेट हॉल, स्पोर्ट्स स्टेडियम और घरेलू समारोहों में शराब परोसने की अनुमति के लिए एक विशेष लाइसेंस प्राप्त किया जा सकता है.
सोमवार (24 अप्रैल) को सरकार ने कहा कि शराब केवल व्यावसायिक परिसरों, कन्वेंशन सेंटरों में ही परोसी जाएगी, जो राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित करते हैं. स्टेडियमों के लिए अस्थायी लाइसेंस दिया जाएगा. इस फैसले के बाद पूर्ण शराबबंदी का वादा करने और 12 घंटे के लिए शराब की दुकानें खोलने के लिए सत्तारूढ़ द्रमुक की कड़ी निंदा करते हुए अन्नाद्रमुक महासचिव के. पलानीस्वामी ने कहा कि सरकार ने अब मैरिज हॉल और स्टेडियम में शराब की बिक्री की अनुमति दे दी है.
'युवाओं को बर्बाद करने का काम कर रही सरकार'
पलानीस्वामी ने आरोप लगाया था कि इस तरह के फैसले युवाओं को शराब का आदी बनाकर उनका भविष्य बर्बाद करने का काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा था लोग जल्द ही इस सरकार को सबक सिखाएंगे, जो सार्वजनिक शांति को भंग करने और अपराध को बढ़ाने वाली ऐसी जन-विरोधी गतिविधियों में शामिल है. हालांकि, अब सरकार ने खुद ही फैसला वापस ले लिया है.
बीजेपी ने भी लगाया था डीएमके पर गंभीर आरोप
इसके अलावा बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के. अन्नामलाई ने भी इस मुद्दे पर सरकार की आलोचना की थी. उन्होंने कहा था कि द्रमुक चरणबद्ध तरीके से शराब की दुकानों को बंद करने का आश्वासन देकर सत्ता में आई थी, लेकिन वह हर साल शराब की बिक्री का लक्ष्य बढ़ा रही है. द्रमुक सरकार पर शराब को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए अन्नामलाई ने अधिसूचना को वापस लेने की मांग की.
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