जल्लीकट्टू बना मौत का खेल! 14 साल के लड़के को बैल ने रौंदा, मौके पर ही हुई मौत
Tamil Nadu News: तमिलनाडु में जल्लीकट्टू कार्यक्रम के वक्त एक 14 साल का लड़का घायल हो गया जिसे डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया.
Tamil Nadu News: तमिलनाडु में जल्लीकट्टू (Jallikattu) कार्यक्रम के दौरान एक 14 साल के लड़के को सांड ने इस कदर रौंद दिया कि उसकी मौके पर ही मौत हो गई. ये कार्यक्रम थाडांगम गांव में आयोजित किया गया था. दरअसल, गोकुल नाम का लड़का अपने रिश्तेदारों के साथ जल्लीकट्टू देखने गया था.
यहां एक बैल ने उसके पेट में वार कर दिया जिससे वो बुरी तरह घायल हो गया. आनन-फानन में गोकुल के परिजन उसे धर्मपुरी सरकारी अस्पताल ले गए जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. घटना की जानकारी मिलने के बाद धर्मपुरी पुलिस ने मामले जांच शुरू कर दी है. पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगाल मामले की जांच कर रही है. वहीं, इस साल जल्लीकट्टू से संबंधित मरने वाला गोकुल चौथा शख्स है.
इससे पहले जल्लीकट्टू कार्यक्रम में 23 लोग हुए थे घायल
इससे पहले, तमिलनाडु के अवनियापुरम गांव में पोंगल के अवसर पर जल्लीकट्टू कार्यक्रम के दौरान कम से कम 23 लोग घायल हो गए थे. बता दें, पोंगल के वक्त तमिलनाडु में मवेशियों की पूजा की जाती है. इसमें जल्लीकट्टू के नाम से एक आयोजन किया जाता है. जल्लीकट्टू एक खतरनाक खेल होता है. इस खेल में भीड़ के बीच एक सांड को खोल दिया जाता है. जल्लीकट्टू के खेल में खिलाड़ियों को खुले सांड को कंट्रोल करना होता है. इस खेल में बैलों को काबू करने के लिए खिलाड़ी उतरते हैं और ये खेल को पोंगल के अवसर पर मनाया जाता है. जल्लीकट्टू को एरु थझुवुथल और मनकुविरत्तु के नाम से भी जाना जाता है.
विजेताओं को मिलता है ये...
वहीं, इस खेल के विजेताओं को दोपहिया वाहन, कपड़े, गहने और पैसे दिए जाते हैं, और कई युवा पोंगल त्योहार के दौरान तमिलनाडु में विभिन्न स्थानों पर जल्लीकट्टू कार्यक्रमों में भाग लेते हैं.
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