Madurai: तमिलनाडु के मदुरै में एक दरिंदे को उसके कर्मों की आखिरकार सजा मिल गई है. इस दरिंदे ने दो लड़कियों पर तेजाब फेंक दिया था, जिसकी वजह से वे बुरी तरह झुलस गईं. अब अदालत ने इस दरिंदे को सजा सुनाई है. मदुरै महिला न्यायालय ने कॉलेज की लड़कियों पर तेजाब फेंकने वाले एक व्यक्ति को 10 साल के कठोर कारावास की सजा सुनाई है. दोषी का नाम एस शंकरनारायणन है, जिसने इस 9 साल पहले इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया था. 


मदुरै महिला न्यायालय ने तिरुमंगलम के रहने वाले एस शंकरनारायणन को 10 साल के कठोर कारावास की सजा सुनाई गई है. 2014 में उसने तिरुमंगलम में कॉलेज के पास दो छात्राओं पर एसिड फेंक दिया था. पीड़ित लड़कियों की पहचान मीना और अंगलेश्वरी के तौर पर हुई. शंकरनारायणन के जरिए तेजाब हमले में मीना 25 फीसदी तो अंगलेश्वरी 15 फीसदी झुलस गई. इन्हें तुरंत जली हुई हालत में सरकारी राजाजी अस्पताल में इलाज किया गया. 


40 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया


अदालत ने पीड़ित लड़कियों की तरफ से सहन किए गए शारीरिक और मानसिक परेशानियों को भी ध्यान में रखा. इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए ही इस शख्स को इतनी कठोर सजा दी गई है. अदालत ने पाया कि इस मामले में हल्की सजा देने बिल्कुल भी ठीक नहीं है. अदालत का मानना रहा कि दोषी ने जिस तरह के अपराध को अंजाम दिया है. उसे देखते हुए कड़ी से कड़ी सजा देने का प्रावधान किया जाना चाहिए. 


मदुरै महिला न्यायालय ने अपना फैसला सुनाते हुए एस शंकरनारायणन पर 40 हजार रुपये का फाइन भी लगाया. इस अपराध को भले ही 9 साल पहले अंजाम दिया था. हालांकि, एक बार फिर अदालत ने इस बात को दिखाया है कि भले ही मामले की सुनवाई में वक्त लंबा हो जाता है, मगर पीड़ित को न्याय जरूर मिलता है. ये मामला उन सभी अपराधियों के लिए एक उदाहरण है कि वे कभी भी ये नहीं सोचें कि अपराध करने के बाद उन्हें सजा नहीं मिलेगी. 


यह भी पढ़ें: जींद में सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल ने 50 से ज्यादा छात्राओं से किया यौन शोषण, जांच में हुआ बड़ा खुलासा