Tamil Nadu: तमिलनाडु के बीजेपी चीफ अन्नामलाई के खिलाफ स्टालिन सरकार ने दर्ज कराया मानहानि का केस, BJP नेता ने लगाए थे ये आरोप
K Annamalai: तमिलनाडु बीजेपी अध्यक्ष के अन्नामलाई के खिलाफ राज्य सरकार ने बुधवार (10 मई) को मानहानि का मामला दर्ज कराया. अन्नामलाई ने राज्य सरकार के मंत्रियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे.
Defamation Case Against K Annamalai: तमिलनाडु सरकार ने मुख्यमंत्री एमके स्टालिन (MK Stalin) का अपमान करने को लेकर बुधवार (10 मई) को सत्र अदालत में बीजेपी की राज्य इकाई के अध्यक्ष के अन्नामलाई (K Annamalai) के खिलाफ (मानहानि का) फौजदारी मुकदमा दर्ज कराया. शहर के सरकारी वकील डी देवराजन की ओर से अवकाश सत्र न्यायाधीश सी उमा माहेश्वरी की अदालत में दायर मुकदमे में अन्नामलाई की ओर से स्टालिन के खिलाफ लगाए गए दो विशेष आरोपों का जिक्र किया गया है.
के अन्नामलाई की ओर से लगाए थे ये आरोप
पहला मामला बीजेपी नेता के उन आरोपों के संबंध में है जो उन्होंने निवेश फर्म बनाम डीएमके हस्तियों और उन्हें स्टालिन से जोड़ने को लेकर लगाए. स्टालिन पिछले साल तमिलनाडु के लिए निवेश आकर्षित करने दुबई गए थे. दूसरा मामला अन्नामलाई के उस आरोप से जुड़ा है कि एक बहुराष्ट्रीय कंपनी ने दो शेल कंपनियों के माध्यम से ‘मुख्यमंत्री एमके स्टालिन को डीएमके के 2011 चुनावी फंड’ के लिए ‘200 करोड़ रुपये की रिश्वत दी.’ अन्नामलाई की ओर से लगाए के आरोपों की 'डीएमके फाइल्स' के रूप में चर्चा है.
डीएमके और बीजेपी नेताओं ने क्या कहा?
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, डीएमके प्रवक्ता टीकेएस एलंगगोवन (TKS Elangovan) ने कहा, ''सबसे अच्छा कदम अन्नामलाई को दंडित करना है. राहुल गांधी ने जो कहा था वो कुछ नहीं था लेकिन उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया. जब वे ऐसा कर सकते हैं तो अन्नामलाई के खिलाफ केस दायर करने की कोई वजह है.'' वहीं, बीजेपी ने कहा कि अन्नामलाई, जिन्होंने पहले डीएमके के कानूनी नोटिस के बाद मांफी मांगने से मना कर दिया था, वह अदालत में मुकदमा लड़ेंगे.
अन्नामलाई ने आरोपों वाली लंबी लिस्ट की थी सावर्जनिक
रिपोर्ट के मुताबिक, अन्नामलाई ने इस साल 14 अप्रैल को 1.34 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति वाली एक लंबी लिस्ट सार्वजनिक की थी, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि संपत्ति मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे और खेल मंत्री उदयनिधि स्टालिन और अन्य मंत्रियों जैसे कि दुरई मुरुगन, ईवी वेलू, के पोनमुडी, वी सेंथिल बालाजी और पूर्व केंद्रीय मंत्री एस जगथरक्षकन समेत डीएम के प्रमुख नेताओं के पास है. तब डीएमके ने अन्नामलाई के आरोपों को 'मजाक' करार दिया था.
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